राजपथ डेस्क : कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को लेकर CSIR के पूर्व चीफ ने कहा कि हल्के लक्षणों के साथ ही ओमिक्रोन वैरिएंट मुख्य शहरों में पहुंचेगा। एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ का मानना है कि भारत में चल रहे कोरोना टीकाकारण से नए वैरिएंट ओमिक्रोन से लड़ा जा सकता है।
कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के भारत में दस्तक देने के बाद लोगों के मन में इस संक्रमण को लेकर डर बना हुआ है। हालांकि, इस वायरस से ज्यादा डरने की आवश्कता नहीं है। क्योंकि यह वायरस बड़े शहरों में हल्के लक्षणों के साथ ही पहुंचेगा। सीएसआइआर इंस्टीट्यूट के पूर्व चीफ ने यह दावा किया है।
एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ का मानना है कि भारत में चल रहे कोरोना टीकाकारण से नए वैरिएंट ‘ओमिक्रोन’ से लड़ा जा सकता है। न्यूज एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए, टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक डॉ. राकेश मिश्रा ने हाइब्रिड इम्युनिटी की प्रभावशीलता के बारे में बात करते हुए कहा, ‘परिणाम बताते हैं कि हाइब्रिड नए वैरिएंट से लड़ने में मददगार होगा।
डॉ मिश्रा ने आगे कहा कि इस साल की शुरुआत में जब देश कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा था तो उस वक्त डेल्टा वेरिएंट बेहद खतरनाक था। अब दक्षिण कोरिया से आया ओमिक्रोन डेल्टा वैरिएंट से भी ज्यादा संक्रामक है। हालांकि, राहत की बात यह है कि यह वायरस हल्के लक्षणों के साथ प्रमुख शहरों में पहुंचेगा जो बेहद ही अच्छा संकेत है।
देश में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के मामलों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। शनिवार को महाराष्ट्र और गुजरात में एक-एक व्यक्ति के कोरोना के इस नए वैरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। गुजरात के जामनगर में 72 साल के एक व्यक्ति को ओमिक्रोन से संक्रमित पाया गया है। यह व्यक्ति जिम्बाब्वे से 28 नवंबर को जामनगर पहुंचा था।
गुजरात के स्वास्थ्य आयुक्त जय प्रकाश शिवहरे ने व्यक्ति के ओमिक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि बुजुर्ग को दो दिसंबर को कोरोना संक्रमित पाया गया था, जिसके बाद उनके नमूने की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई थी।