नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीनियर टैक्स एडमिनिस्ट्रेटर्स के दो दिवसीय सालाना कॉन्फ्रेंस ‘राजस्व ज्ञान संगम’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि वे करदाताओं के मन से उत्पीड़न या परेशानी का भय दूर करें। उन्हें सहायता करें ताकि वे देश के विकास के लिए कर जमा कर सकें। अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रशासन के पांच स्तंभों – राजस्व, उत्तरदायित्व, ईमानदारी, सूचना और डिजिटलीकरण (रैपिड) पर ध्यान केंद्रित करें।
प्रधानमंत्री ने राजस्व ज्ञान-संगम का उद्घाटन करते हुए अधिकारियों से प्रशासन को बेहतर और दक्ष बनाने के लिए डिजिटलीकरण की दिशा में कदम बढाने तथा ‘अविश्वास की खाईं’ पाटने का कार्य करने को कहा।
उद्घाटन सत्र के बाद वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने संवाददाताओं को बताया कि मोदी ने अधिकारियों को यह भी सुझाव दिया कि उन्हें करदाताओं के मन से उत्पीड़न या परेशान किये जाने का डर दूर करने का प्रयास करना चाहिए तथा लोगों के साथ ‘सौम्य और विनम्र’ रहना चाहिए।
राजस्व ज्ञान संगम में वित्त मंत्री अरण जेटली और क्रेद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) और कंद्रीय उत्पाद एवं सीमाशुल्क (सीबीईसी) के वरिष्ठ अधिकारी भी भाग ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने करदाताओं की संख्या बढ़ाकर 10 करोड़ करने की जरूरत पर भी बल दिया। वर्तमान में देश में आयकरदाताओं 5.43 करोड़ रुपए है।