नई दिल्ली :राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने बुधवार को हिंसाग्रस्त जाफराबाद व आसपास के इलाकों का जायजा लिया और लोगों से बातचीत की। पीड़ित लोगों ने जब कहा कि हमारी दुकानें तोड़ दी गईं तब डोभाल ने कहा कि अब जो हो गया सो हो गया, हम आपके साथ हैं।
एनएसए ने कहा, अगर आपकी सुरक्षा के लिए हमें जान भी देनी पड़ी तो हम देंगे। आप जब तक सुरक्षित हैं, जब तक आपके पड़ोसी सुरक्षित हैं, आपसी सौहार्द बनाए रखें। आपको डरने की जरूरत नहीं है। मुझे गृहमंत्री और प्रधानमंत्री ने यहां भेजा है। घबराएं नहीं, स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
जब एक शख्स ने भाजपा नेता कपिल मिश्रा के भड़काऊ बयानों को लेकर शिकायत की तो डोभाल ने कहा, मैं सियासत को लेकर कुछ नहीं कहूंगा, मेरा सियासत से कोई लेनादेना नहीं है, मैं आपकी सुरक्षा के लिए यहां आया हूं। इस वक्त भरोसे की जरूरत है, वह भरोसा मैं आपको दिला रहा हूं कि अब कुछ नहीं होगा, स्थिति पूरी तरह से काबू में है।
उन्होंने एक बच्चे के कंधे पर हाथ रखकर कहा, तुम यहां क्या कर रहे हो? जाओ, आराम करो। जब एक मुस्लिम महिला ने कहा, मुझे बहुत डर लग रहा है, हमारी दुकानों में आग लगा दी गई। तब डोभाल ने कहा, पुलिस की जिम्मेदारी है कि वो अपना काम करे। यह सुनने के बाद महिला ने तुरंत पलटकर जवाब दिया, साहब, पुलिस ही अपना काम नहीं कर रही है। इस पर डोभाल ने कहा, मैं आपको जुबान देता हूं, पुलिस अपना काम करेगी।
हिंसापूर्ण घटनाओं में 22 लोगों की मौत और दो सौ से ज्यादा लोगों के घायल होने के बाद दिल्ली में पहली बार दंगा रोकने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को 24 घंटे के अंदर दो बार सड़कों पर उतरना पड़ा।
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