नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल के नए नाम का प्रस्तािव राज्यय विधानसभा में पारित हो गया और अब इसका नया नाम ‘बंगाल’ होगा। पश्चिम बंगाल के दोबारा नामकरण के प्रस्ताव को राज्य विधान सभा में सोमवार को पारित किया गया जिसमें ‘बंगो’ के प्रस्ताव को खारिज किया गया। इस नये प्रस्ताव के तहत अलग-अलग भाषाओं के लिए राज्य के अलग नाम दिए गए हैं।
पारित हुए प्रस्ताव के अनुसार, पश्चिम बंगाल अब बांग्ला भाषा में ‘बांग्ला (Bangla)’, अंग्रेजी में ‘बेंगाल (Bengal)’ और हिंदी में ‘बंगाल (Bangal)’ कहा जाएगा। ममता बनर्जी सरकार ने इस महीने की शुरुआत में ही यह संकेत दिए थे कि विधानसभा सत्र शुरू होने पर इस प्रस्ताव को रखा जाएगा। सोमवार को प्रस्ताव सदन में रखा गया जिसे विधानसभा ने हरी झंडी दे दी।
गौर हो कि ममता सरकार ने 2011 में भी ऐसा प्रस्ताव लाकर राज्य का नाम बदलने का प्रयास किया था। प्रस्ताव पास होने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इसे केंद्र के पास भेजा जा रहा है। संसद से प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद ही नाम बदला जा सकेगा।