नई दिल्ली : उरी हमले में 18 जवानों की शहादत के बाद पूरे देश आक्रोश में हैं. शहीद के परिवारों की मांग है कि मोदी सरकार इस हमले का बदला ले. इस बीच NIA यानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी. NIA की टीम उरी में मौके पर पहुंच गई है और सबूतों को इकट्ठा कर रही है. एनआईए मारे गए जैश-ए-मोहम्मद के चारों आतंकियों के खून और डीएनए के सैंपल लेगी.
इसके साथ ही सेना आतंकवादियों से मिले तमाम हथियार, जीपीएस, नेविगेशन मैप एनआईए को सौपेगी, ताकि आगे की जांच को अंजाम तक पहुंचाया जा सके.
एनआईए इन जीपीएस की फॉरेंसिक टेस्ट के लिए उसे अमेरिका भेजी, जिससे ये पता चल सके कि आतंकी कैसे और किस रूट से जम्मू-कश्मीर मे दाखिल हुए थे.
दूसरी ओर भारतीय सेना ने कल उरी हमले पर बयान जारी करते हुए पाकिस्तान से अपने स्तर पर निपटने की बात कही. डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने सेना की ओर से बयान जारी करते हुए कहा कि अब हम तय करेंगे कि कैसे जवाब देना है और इस जवाब का वक्त और जगह हम तय करेंगे. हमारे पास पूरी क्षमता है.
बताते चलें कि रविवार की सुबह जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए बीते चंद सातों के सबसे भयान आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि सात जवान की हालात गंभीर है. इस हमले के बाद देश में जबर्दस्त आक्रोश है और इस हमले के दोषी पाकिस्तान से बदला लेने की मांग जोर शोर से की जा रही है.