नई दिल्ली : धर्म प्रचारक ज़ाकिर नाईक पर इस्लाम के प्रचार के नाम पर आतंकवाद का बढ़ावा देने के आरोप के बाद जांच एजेंसियां इस बात की जांच में जुट गयी हैं की देश में और कितने ज़ाकिर जैसे धर्म प्रचारक हैं. हाल ही में एनआईए ने एक ऐसे ही भड़काऊ भाषण देने वाले मौलवी अब्दुस सामी के खिलाफ चार्जशीट भे दायर की है.
एनआईए यह तलाश कर रही है कि इस्लाम के नाम पर कितने और ज़ाकिर नायक मुस्लिम युवाओं का बर्गालाने का काम रहे हैं, जिससे प्रभावित होकर लोग आतंकवादी संगठन में शामिल हो रहे हैं. एजेंसियां आतंकी संगठन आईएसआईएस और अल क़ायदा में शामिल होने के आरोप में पकड़े गए युवकों की जांच में जुटी है.
एनआईए और आईबी ने तक़रीबन एक दर्ज़न से ज्यादा ऐसे धर्म प्रचारकों और संस्थाओं की सूची बनाई है, जिनके बरगलाने पर पकडे गए युवकों ने आतंकवाद का रास्ता चुन लिया है. इस लिस्ट में शामिल प्रचारकों और संस्थाओं पर एजेंसियां लगातार नज़र रख रही हैं. ताकि ये साफ़ हो सके की ये कहीं किसी साजिश के तहत आतंकवाद को बढ़ावा तो नहीं दे रहे है. साथ ही इस बात की जांच भी की जा रही है कि ऐसे धर्म प्रचारकों की फंडिंग कहां से हो रही है.
एनआईए सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार किए गए कई संदिग्धों ने ज़ाकिर नाईक के अलावा प्रचारक अंजेम चौधरी हम्ज़ा युसूफ, इमरान मंसूर और मौलवी अब्दुस सामी के तक़रीरों से प्रभावित होने की बात कबुल की है. हाल ही में मौलवी अब्दुस सामी के खिलाफ चार्जशीट में बाक़ायदा इस बात का ज़िक्र है कि न सिर्फ उसने अपने तक़रीरों से बल्कि सोशल मीडिया और इन्टरनेट के ज़रिये भी जिहाद और आतंकवाद का समर्थन कर रहे प्रचारक युवकों को आतंकवाद का रास्ता चुनने के लिए उकसाया है.
एनआईए के मुताबिक़, ये प्रचारक एहतियात बरतते हुए सीधे-सीधे आतंकवाद का समर्थन करने के बजाय अमेरिका पर हमला करते हुए उसे इस्लाम का सबसे बड़ा दुश्मन क़रार देते हैं. ऐसे प्रचारक लड़ने वाले संगठन को सही ठहराते हैं और इतना ही नहीं इस्लाम में विश्वास नहीं करने वाले के खिलाफ लड़ाई में खुद को इस्लाम के नाम पर क़ुर्बान कर देने की वकालत भी करते हैं. एनआई की जांच में पकड़े गए कई युवकों ने कबूल किया है कि आतंकवाद का रास्ता उन्होंने भड़कावे तकरीरों को सुनने के बाद किया है, लेकिन ठोस सबूतों के बिना एनआईए ऐसे प्रचारकों को आरोपी नहीं बना सकती है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक़, आईबी, एनआईए और महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक़ 2006 से लेकर अब तक गिरफ्तार किए गए 55 आतंकियों ने खुद को ज़ाकिर नाईक से प्रभावित होने की बात कही है. ये आतंकी सिमी, लश्कर, इंडियन मुजाहिददीन और आईएसआईएस जैसे संगठनों में शामिल हो चुके हैं. इतनी ही नहीं ज़ाकिर के खिलाफ दर्ज़ किए गए चार मामलों के आधार पर जांच एजेंसिया ज़ाकिर के खिलाफ ठोस सबूत जुटाने में लगी है, ताकि उस पर क़ानून का शिकंजा कसा जा सके.