नई दिल्ली : बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी शिवसेना की धमकी की वजह से रामलीला के मंच पर नहीं उतर पाए. यूपी के मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना की रामलीला में नवाजुद्दीन मारीच की भूमिका निभाने वाले थे. लेकिन धमकी के बाद उनकी ये तमन्ना पूरी नहीं हो सकी.
जब एक न्यूज़ न्यूज़ ने नवाजुद्दीन से यह बात पूछी तो उन्होंने कुछ साफ साफ तो नहीं बताया लेकिन उनके दोस्त और बुढ़ाना की रामलीला कमेटी से जुड़े विनीत कात्यान ने रामलीला से नवाजुद्दीन के दूर होने की वजह खुलकर बताई. विनीत कात्यान ने कहा कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी के रामलीला में होने पर एतराज किसी और को नहीं बल्कि शिवसेना को है.
शिवसेना की मुजफ्फरनगर इकाई के नेता मुकेश शर्मा ने साफ लहजे में कैमरे पर कहा कि नवाजुद्दीन का रामलीला के मंच पर होना एकदम मंजूर नहीं. मुकेश शर्मा ने कहा कि हमारा विरोध ये था कि हम नवाजुद्दीन नाम के शख्स को अपने धर्म के स्टेज पर नहीं चढ़ने देंगे. हमें आपत्ति उनके नाम से भी है और व्यक्ति से भी है. अभी उसकी भाई की पत्नी ने उस पर केस किया है. अभी वो सामाजिक प्रतिष्ठा पाने के लिए ये करना चाह रहा था जिसकी हमने उसको इजाजत नहीं दी.
शिवसेना की धमकी ने नवाजुद्दीन सिद्दीकी को बुढ़ाना की रामलीला का हिस्सा नहीं बनने दिया. उधर नवाजुद्दीन को मारीच के रूप में देखने के लिए लोग उतावले थे. रामलीला के मंच पर उतरने वाले हैं नवाजुद्दीन, ये खबर पाकर दूर दूराज से लोग बुढ़ाना में जमा हुए थे.
बुढ़ाना के लोग मायूस हैं . नवाजुद्दीन को बुढ़ाना के मंच तक लाए लोगों की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया . धमकी की वजह से रामलीला का हिस्सा ना बन पाने का अफ़सोस खुद नवाजुद्दीन को भी है .