नई दिल्ली : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र से अलग विश्व के नेताओं के साथ लगभग अपनी हर बैठक में कश्मीर का मुद्दा उठाया है लेकिन इस मुद्दे पर उनको विश्व के सभी नेताओं से मुंहतोड़ जवाब मिल रहा है.
दरअसल शरीफ ने अमेरिका, ब्रिटेन, जापान और तुर्की के नेताओं के साथ बातचीत में कश्मीर का मुद्दा उठाया है और इस मसले को सुलझाने के लिए हस्तक्षेप की मांग की है. उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन के साथ कल यहां मुलाकात की थी.
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की दूत मलीहा लोधी ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री शरीफ ने कश्मीर में हालात के बारे में जापान के प्रधानमंत्री को जानकारी दी.
शरीफ ने अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी को बताया है कि कश्मीर में 107 से अधिक लोगों की ‘‘हत्या की गई है’’, हजारों लोग घायल हुए हैं और ‘‘देश के स्तर पर मानवाधिकारों का सबसे भीषण उल्लंघन किया जा रहा है.’’
कश्मीर मसला सुलझाने में मदद करने की शरीफ की ओर से बार बार की गई अपील ध्यान नहीं खींच पाईं क्योंकि संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के तौर पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने अंतिम भाषण में कश्मीर का कोई जिक्र नहीं किया.
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान को लताड़ लगाई है. ओबामा ने आतंकवाद में शामिल देशों को चेतावनी देते हुए कहा, ”अगर आतंकवाद में शामिल देशों ने इसे रोकने की कोशिश नहीं की तो इसके अंगारे उन्हें जला डालेंगे जिससे अनगिनत लोग पीड़ित होंगे और ये बाहरी मुल्कों में पहुंचेगा.
आतंक पर पाकिस्तान को घेरते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने उरी आतंकी हमले का मुद्दा उठाते हुए पाकिस्तान को सचेत किया. कैरी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देना बंद कर दे.
इतना ही नहीं इस मामले को लेकर भारत के पक्ष में अमेरिका, जर्मनी, इग्लैंड, व फ्रांस जैसे देशों के बाद अब तमाम देशो में राजनयिक व सुरक्षा मामलों के जानकार भी पाकिस्तान को दोषी ठहरा रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग थलग करने की मुहिम रंग लाने लगी है. रूस पाकिस्तान को MI-35 हेलिकॉप्टर नहीं देगा. भारत की तरफ से रूस से ये आग्रह किया गया कि पीओके में होने वाले सैन्य अभ्यास को रोक दे. भारत के इस आग्रह पर रूस सहमत हो गया.
उरी में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के हमले के मद्देनजर भारत एवं पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. बताया जा रहा है कि हमले में शामिल सभी आतंकी पाकिस्तानी के रहने वाले थे. इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए.