लखनऊ : यूपी में सत्तारुढ़ सामजवादी पार्टी में इन दिनों सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पार्टी में मचे घमासान को लेकर बात इतनी बढ़ गई है कि एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव अपने बेटे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से काफी नाराज चल रहे हैं. बीते दिनों इसकी एक झलक राजधानी लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान देखने को मिली.
खबरों के अनुसार, नेताजी और अखिलेश में बात बनने के बजाए बिगड़ती जा रही है. सीएम के नए ऑफिस के उदघाटन के समय समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव अखिलेश पर भड़क गए और फीता काटने से इनकार कर दिया. केवल इतना ही नहीं इस दौरान मुलायम ने अखिलेश से यह तक कह दिया कि बात तो बहुत बिगड़ गई है.
उद्घाटन समारोह के दौरान अखिलेश यादव दो मिनट देरी से पहुंचे तो नेताजी नाराज हो गये. नाराजगी भी ऐसी की आजम खान जैसे नेता को मनाने में पसीने छूट गये.
दरअसल, अखिलेश के दफ्तर का उदघाटन करने नेताजी यानी मुलायम जब पहुंचे तो अखिलेश वहां नहीं थे. पूछा तो पता चला कि अभी आए नहीं है. नेताजी का पारा चढ गया. कैबिनेट मंत्री आजम खान ने नेताजी को शांत रहने को कहा लेकिन मुलायम नहीं माने. तब तक अखिलेश पहुंच गये.
मौके पर पहुंचते ही मुलायम के पैर छुए. लोगों को हाथ जोड़कर प्रणाम किया. लेकिन नेताजी ठहरे नेताजी. शायद शान में गुस्ताखी मान बैठे थे. सो पारा चढ़ा ही हुआ था. आजम खान कान में बुदबुदाते रहे लेकिन नेताजी टस से मस नहीं हो रहे थे.
आजम ने कैची थमाई कि चलिए फीता काटिए लेकिन मुलायम रूठ गये. कैची हाथ में लेकर वापस थाली में डाल दी. दोबारा आजम ने कैची थमाई फिर भी नेताजी तैयार नहीं हुए. कैंची फिर से थाली में. तीसरी बार में जब पंडित जी पहुंचे. शायद ये कहा कि मुहुर्त निकला जा रहा है तब जाकर नेताजी ने कैंची थामी और फीता काटने पहुंचे.
सीएम दफ्तर के उद्घाटन का फीता तो कट गया लेकिन पांच मिनट तक जो कुछ हुआ उसने पिता-पुत्र की लड़ाई को फिर से सबके सामने ला दिया है. इसी हफ्ते अखिलेश पिता से अलग होकर पत्नी के साथ नए बंगले में रहने जा रहे हैं.