लखनऊ : यूपी के सीएम अखिलेश यादव के अकेले चुनाव प्रचार शुरू करने के बयान के बाद पार्टी सुप्रीमों और पिता मुलायम सिंह यादव ने तेवर सख्त कर लिए हैं. मुलायम ने आज खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि चुनाव में जीत के बाद पार्टी के विधायक तय करेंगे कि कौन सीएम बनेगा. हालांकि, परिवार के विवाद के मुद्दे पर उन्होंने दावा कर दिया कि पिछली तीन पीढ़ियों से उनके परिवार में कोई विवाद नहीं हुआ है.
मुलायम सिंह यादव ने चुनाव में अखिलेश के सीएम चेहरा होने के एक सवाल के जवाब में यह कह कर कि मुख्यमंत्री चुनाव के बाद तय होगा, अपना सख्त रुख साफ कर दिया. मुलायम का यह जवाब इसलिए चौंकाने वाला था क्योंकि, इसके पहले कई दफा विरोध में चल रहे चाचा शिवपाल यादव तक ने कहा था कि मुख्यमंत्री का चेहरा अखिलेश ही होंगे. लेकिन, मुलायम सिंह ने दो-टूक कहा कि पार्टी की जीत के बाद समाजवादी पार्टी के विधायक तय करेंगे कि सीएम कौन होगा.
मुलायम सिंह यादव यहीं नहीं रुके प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने अखिलेश यादव को ये भी बता दिया कि वो मुख्यमंत्री अपने दम पर नही बने हैं. मुलायम सिह ने कहा कि पिछले चुनाव में लोगों ने उनके लिए वोट दिया था लेकिन उन्होंने अपने बेटे अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया. साफ है कि अखिलेश के ‘बागी’ बयान को पिता मुलायम सिंह ने गंभीरता से लिया है और यह भी जता दिया है कि यदि वे इसी रास्ते पर चलें तो आगे की डगर मुश्किल हो सकती है.
इसके साथ ही संवाददाता सम्मेलन में मुलायम सिंह ने यह भी कहा कि छोटी सी पार्टी बना कर उन्होंने शुरूआत की थी. इसके बाद ऐसा समय आया कि बिना उनके कोई सरकार ही नहीं बनती थी. आज भी लोगों को समाजवादी पार्टी पर भरोसा है. इसके साथ ही उनके परिवार पर भी लोगों को भरोसा है. उन्होंने कहा कि वे अपना काम अच्छे से कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि उनके परिवार में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है. चुटकी लेते हुए पहले कहा कि ‘मुझे मालूम है कि आखिर क्यों इतने पत्रकार यहां जुटे हैं.’ उन्होंने फिर वही बात दोहाराई कि पिछली तीन पीढ़ियों से उनके परिवार में कोई कलह नहीं है. हालांकि, उन्होंने इस बात की पुष्टि जरूर की कि अखिलेश यादव ने खुद अपना नाम रखा था.
बताते चलें कि परिवार में चल रही तनातनी के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बगावती तेवर दिखा दिए हैं. उन्होंने कहा है कि बिना किसी का इंतजार किये चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे. एक इंटरव्यू में अखिलेश ने कहा है कि बचपन में मेरा नाम मुझे खुद रखना पड़ा, ठीक वैसे ही मैं अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत बिना किसी का इंतजार किये करूंगा.