मुंबई : भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन के मुद्दे पर जारी बहस के बीच रिलायंस इंडस्ट्री के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा कि पहले देश की बात होनी चाहिए न कि कला और संस्कृति की. अंबानी ने कहा कि मैं निश्चित रूप से एक बात को लेकर स्पष्ट हूं कि मेरे लिए देश पहले है. मैं एक बौद्धिक व्यक्ति नहीं हूं, ऐसे में, मैं इन चीजों को नहीं समझता हूं. लेकिन निसंदेह सभी भारतीयों की तरह मेरे लिए भारत पहले है.
एक कार्यक्रम ‘ऑफ द कफ’ में पाकिस्तानी अभिनेताओं और अन्य कलाकारों के बारे में दर्शकों की ओर से पूछे जाने गए सवाल के जवाब में अंबानी ने यह बात कही. यह पूछे जाने पर कि क्या वे राजनीति में शामिल होंगे, अंबानी ने इसका जवाब ‘नहीं’ में दिया और कहा कि मैं राजनीति के लिए नहीं बना हूं.
बीते 18 सिंतबर को पाकिस्तानी आंतकियों ने उरी में हमला किया था. इसमें भारत के 19 जवानों को शहीद हो गए थे. जवाबी कर्रवाई में भारतीय जवानों ने 29 सितंबर को पाकिस्तान सरजमीं पर सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकी लॉन्चपैड्स को तहस-नहस कर कई आतंकियों को मार गिराया था.
इसी घटनाक्रम का हवाला देते हुए महाराष्ट्र की राजनीतिक पार्टियां उद्धव ठाकरे की शिवसेना और राज ठाकरे की मनसे (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) ने पाकिस्तानी कलाकारों का विरोध शुरू किया और फरमान जारी किया कि उन्हें काम देना बंद किया जाए. इसी सिलसिले में महिरा खान और फवाद खान जैसे जाने-माने पाकिस्तानी कलाकारों की आने वाली फिल्में ‘रईस’ और ‘ए दिल है मुश्किल’ को लेकर संशय बना हुआ है. वहीं यह बहस पूरे देश भर में चल रही है कि पाक कलाकारों का विरोध किया जाना चाहिए या नहीं.