नई दिल्ली : उरी हमले के बाद वैश्विक समुदाय ने भारत को समर्थन जताया है और संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने कहा कि हमले को अंजाम देने वालों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। उरी हमले में 18 सैनिकों की जान चली गयी।
पाकिस्तान के संदिग्ध जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों द्वारा किये गये हमले के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गुस्सा सामने आया। फ्रांस और कनाडा ने भी हमले की निंदा करते हुए कहा कि वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़े हैं। फ्रांस ने कश्मीर के विवादों के शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने की भी वकालत की।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने एक बयान में कहा कि हमले को अंजाम देने वालों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा और सभी पक्ष शांति तथा स्थिरता के लिए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे।
बयान में कहा गया है, ‘फ्रांस कश्मीर क्षेत्र में भारतीय सैन्य शिविर पर 18 सितंबर को हुए भीषण आतंकवादी हमले की अत्यंत कड़ी निंदा करता है। वह हमले में मारे गए 17 भारतीय जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता है।’ इसमें कहा गया है, ‘फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ है। फ्रांस सभी देशों से अपील करता है कि वे अपनी जमीन पर या अपनी जमीन से दूसरे देशों के खिलाफ काम कर रहे आतंकवादी संगठनों के खिलाफ प्रभावशाली तरीके से लड़ें।’ फ्रांस के विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार उनका देश कश्मीर के क्षेत्र में विवादों के शांतिपूर्ण निस्तारण को दिये जाने वाले महत्व को भी याद करता है।
भारत में कनाडा के कार्यवाहक उच्चायुक्त जेस डटन ने आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, ‘कनाडा सरकार मृतकों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करती है।’ उन्होंने कहा, ‘हम इन हमलों से स्तब्ध हैं और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत सरकार के साथ खड़े हैं।’ अमेरिका और ब्रिटेन ने भी कल हमले की निंदा की थी।