नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को एक बार फिर कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया। साथ ही, उन्होंने भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए विपक्ष से समर्थन भी मांगा।
संसद में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में अपने संबोधन में मोदी ने लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को महज 52 सीटें मिलीं।
मोदी लोकसभा को संबोधित करने के एक दिन बाद राज्यसभा में बोल रहे थे। विपक्षी सांसदों के चेहरे पर मायूसी छाई थी और वे शांत थे, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सांसद उनके भाषण पर मेज थपथपा रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमें मालूम है कि राज्यसभा में हमें बहुमत नहीं है। लेकिन लोकसभा के फैसले का राज्यसभा में जनादेश के रूप में सम्मान होना चाहिए।
मोदी ने बताया कि पिछले पांच साल में कुछ विधेयक समाप्त हो गए, क्योंकि सरकार के पास राज्यसभा में संख्याबल नहीं था। उन्होंने कहा, हमें इस अवरोध पर से मुक्त होने की जरूरत है।
उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के कथन का जिक्र करते हुए कहा कि बहुमत का जनादेश शासन के लिए होता है और अल्पमत का विरोध करने के लिए। लेकिन बाधा डालने के लिए कोई जनादेश नहीं होता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, हमें देश को चलाना है और हमें आपके समर्थन की आवश्यकता है।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह एक मिथक का प्रसार कर रही है कि अगर वह चुनाव हारती है तो यह देश की हार है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अहंकार है और आत्मावलोकन किए बगैर दूसरों के बारे में सोचती है।
उन्होंने कहा, कांग्रेस 17 राज्यों में एक भी सीट नहीं जीत पाई और वह दावा करती है कि देश चुनाव हार गया है। ऐसे बयानों से वे लोग आहत होते हैं, जिन्होंने आम चुनाव में मतदान किया। यह जनता का अपमान भी है।
उन्होंने उन विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि कहा जाता है कि महज 2,000 रुपये की सरकारी योजना से किसानों को रिश्वत दी गई।
उन्होंने कहा, किसान इस देश का आधार हैं। वे कहते हैं कि किसानों का वोट खरीदा गया। यह देश के 15 करोड़ किसान परिवारों का अपमान है।
मोदी ने कहा कि झारखंड में भीड़ द्वारा एक युवक की पीट-पीटकर हत्या किए जाने से उन्हें दुख हुआ।
उन्होंने कहा, झारखंड में लिंचिंग की घटना से मुझे दुख हुआ। इससे दूसरों को भी दुख हुआ। लेकिन राज्यसभा में कुछ लोग झारखंड को लिंचिंग का हब मानते हैं। क्या यह सही है? वे एक राज्य का अपमान क्यों कर रहे हैं?
प्रधानमंत्री ने कहा, झारखंड का अपमान करने का अधिकार हम में से किसी को नहीं है।
मोदी ने कहा कि ऐसी हत्याओं के लिए बिना किसी भेदभाव के देश का एक ही मत होना चाहिए, चाहे वह झारखंड में हो, केरल में हो या पश्चिम बंगाल में हो।
उन्होंने कहा, सिर्फ तभी हम हिंसा पर रोक लगा पाएंगे और हिंसा में शामिल लोगों को सजा मिलेगी।
मोदी ने यह बयान राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा झारखंड के सरायकेला में मॉब लिंचिंग की घटना की निंदा किए जाने के दो दिन बाद दिया है।
धतकीडीह गांव में 20 जून को चोरी के शक में पकड़कर बुरी तरह पीटे गए तबरेज अंसारी (22) ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया था। उसे जय श्री राम बोलने के लिए मजबूर किया गया था।
प्रधानमंत्री ने बिहार में एक्यूट एन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से बच्चों की मौत पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण और हमारे लिए शर्म की बात है।
उन्होंने कहा, हमें इसे गंभीरता से लेना होगा। मैं लगातार प्रदेश सरकार के संपर्क में हूं और मुझे पक्का विश्वास है कि हम सामूहिक रूप से इस संकट से जल्द ही निजात पाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, आयुष्मान भारत को बढ़ावा देने की जरूरत है। हम अपने गरीब लोगोंे को उत्तम गुणवत्तापूर्ण और सस्ती चिकित्सा मुहैया करवाना चाहते हैं।
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