नई दिल्ली/लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एम्स की आधारशिला रखी. उसके बाद वर्षों से बंद पड़े एक खाद कारखाने के नवीनीकरण कार्य का भी शुभारंभ किया. इसके बाद उन्होंने गोरखपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के विकास के लिए दौड़ने वाली सरकार चाहिए.
पीएम मोदी ने गोरखपुर में भारी जनसैलाब को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में काम करने वाली सरकार है और यूपी में दौड़ने वाली सरकार चाहिए. उनके भाषण के दौरान चारों ओर तालियों की गडगडाहट हो रही थी. पीएम मोदी ने कहा कि गोरखपुर समेत पूर्वी भारत से दूसरी हरित क्रांति की शरुआत होगी और उनकी सरकार किसानों की जिंदगी बदलने के लिए काम कर रही हैं. मोदी ने एम्स के शिलान्यास से पहले गोरखनाथ मंदिर जाकर ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया.
स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत 1011 करोड़ रुपये की लागत से गोरखपुर में एम्स बनाया जाएगा, जिसकी आधारशिला पीएम मोदी ने रखी. मोदी ने यहां बरसों से बंद पड़े खाद कारखाने के नवीनीकरण का भी शिलान्यास किया. गोरखपुर खाद फैक्ट्री बीते 26 साल से बंद पड़ी है.
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी ने इस फैक्ट्री को फिर से खड़ा करने का एलान किया था. अब विधानसभा चुनाव से पहले वो इस फैक्ट्री का शिलान्यास करके उन विरोधियों को करारा जवाब देना चाह रहे हैं जो ये कहते हैं कि मोदी तो बस वादों के बादशाह हैं. गोरखपुर का खाद कारखाना यहां का बड़ा चुनावी मुद्दा है. यही वजह है कि इसको फिर से शुरू कराने का श्रेय लेने के लिए मारामारी मची हई है.
खाद फैक्ट्री का शिलान्यास तो हो गया लेकिन इस फैक्ट्री में साल 2019 से पहले उत्पादन नहीं होगा. दरअसल जिस जगदीशपुर हल्दिया गैस पाईपलाईन से गैस मिलनेवाला है वो साल 2019 में पूरा होगा. मतलब अगले लोकसभा चुनाव से पहले यहां खाद का उत्पादन नहीं होने वाला.
गौरतलब है कि अगले साल उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में पीएम मोदी की यह रैली कई मायनों में महत्वपूर्ण है.