नई दिल्ली/जम्मू : जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि आतंकी बुरहान के मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में हुई हिंसा का असर अब कम हो रहा है. माहौल शांतिपूर्ण है. लोगों के जख्म भर रहे हैं.
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इन घटनाओं पर गहरा दुख व्यक्त किया और ‘घाव भरने’ का वादा किया. महबूबा ने ‘जम्मू कश्मीर को हिंसा और रक्तपात से बाहर निकालने’ में लोगों से समर्थन मांगा है. उन्होंने कहा कि उन्हें राजनीतिक रूप से बंधनमुक्त, आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और सामाजिक रूप से सुरक्षित जम्मू कश्मीर का सपना साकार करने में लोगों की मदद की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि 27 साल से हिंसाग्रस्त जम्मू कश्मीर में लगभग प्रत्येक घर में गहरा घाव है और हमें संयुक्त रूप से अपने राज्य की रक्षा करनी है. कश्मीर में ताजा हिंसा में लोगों की मौत से मुझे गहरा सदमा लगा है. चुनौतीपूर्ण कार्य का सामना करने के बावजूद मैं लोगों को झुकने नहीं दूंगी. यद्यपि मेरी सरकार की तत्काल प्राथमिकता प्रभावित परिवारों तक पहुंचकर उनका घाव भरना है, लंबे समय में जम्मू कश्मीर में शांति और स्थिरता लाने के लिए सतत प्रयास किए जाएंगे जिसमें युवा इस सरकार के कल्याण की पहल में केन्द्र में होगा.
गौर हो कि छुटपुट पथराव की कुछ घटनाओं को छोड़कर कश्मीर चार दिनों की हिंसा के बाद बुधवार को अपेक्षाकृत शांत रहा. पिछले चार दिनों में 34 लोगों की जानें जा चुकी हैं. पंपोर और कुपवाड़ा कस्बों सहित कश्मीर के कुछ हिस्सों में कफ्र्यू जारी रहा. जबकि, घाटी के बाकी हिस्सों में लोगों की आवाजाही पर पाबंदी रही. एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि विभिन्न स्थानों पर पथराव की ‘कुछ घटनाओं’ को छोड़कर घाटी में स्थिति ‘नियंत्रण में’ है.
दक्षिण कश्मीर में खुदवानी, कुलगाम, इमाम साहिब, सोफियां और काकपुरा, जबकि उत्तरी कश्मीर में क्रालपुरा, कुपवाड़ा, त्रेहगाम, लैनगेट, लालपुरा, पुटखा सोपोर व मेन चौक सोपोर से बीच बीच में पथराव की घटनाओं के समाचार आए हैं. गत शुक्रवार को हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से तनाव है.