• Latest
  • Trending
  • All
  • News
  • व्यापार
  • राजनीति
  • Science
  • दुनिया
  • Lifestyle
  • Tech
रिया चक्रवर्ती के मीडिया ट्रायल का असल मतलब

रिया चक्रवर्ती के मीडिया ट्रायल का असल मतलब

4 months ago
गणतंत्र दिवस के मौके पर रिलीज हुआ FAU-G एप- पढ़िए लेख

गणतंत्र दिवस के मौके पर रिलीज हुआ FAU-G एप- पढ़िए लेख

5 hours ago
वैक्सीन बनाने वाली पूणे की सीरम इंस्टीट्यूट में लगी आग

कोरोना वायरस के हालात अब नियंत्रण में हैं, जारी हुए आंकडे़- पढ़िए लेख

5 hours ago
किसानों ने तोड़े बैरिकेड्स, आंदोलन ले रहा उग्र रुप-पढ़िए लेख

किसानों ने तोड़े बैरिकेड्स, आंदोलन ले रहा उग्र रुप-पढ़िए लेख

5 hours ago
देश सेवा-बिहार के सीतामढ़ी जिले का बेटा क्रूज मिसाइल सिस्टम ब्रह्मोस दस्ते को लीड

देश के 72वें गणतंत्र दिवस पर बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में

6 hours ago
बिहार विधानसभा चुनाव में NDA को स्‍पष्‍ट बहुमत, महागठबंधन को 110 सीटें

जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न क्यों नहीं?- पढ़िए लेख

1 day ago
देश सेवा-बिहार के सीतामढ़ी जिले का बेटा क्रूज मिसाइल सिस्टम ब्रह्मोस दस्ते को लीड

देश सेवा-बिहार के सीतामढ़ी जिले का बेटा क्रूज मिसाइल सिस्टम ब्रह्मोस दस्ते को लीड

1 day ago
बॉलीवुड भी अब विरुष्का के नक्शे कदम पर चलने के लिए तैयार

बॉलीवुड भी अब विरुष्का के नक्शे कदम पर चलने के लिए तैयार

1 day ago
बिहार चुनाव : नीतीश का 7 निश्चय पार्ट-2 का ऐलान- सक्षम बिहार स्वावलंबी बिहार

बिहार के कांट्रेक्ट कर्मचारियों के लिए मानदेय के लिए हर साल होगा पुनरीक्षण

1 day ago
डिजाइनर स्वप्निल शिंदे ने अपनी ट्रांसजेंडर पहचान की उजागर, नाम रखा सैशा

डिजाइनर स्वप्निल शिंदे ने अपनी ट्रांसजेंडर पहचान की उजागर, नाम रखा सैशा

2 days ago
टीचर्स नहीं हो सकते राजनीतिक पार्टी के सदस्य, नियोजित शिक्षक भी बनाए जाएंगे प्रधान अध्यापक

शिक्षा दिवस-दुनिया भर में आज तीसरा अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जा रहा है

2 days ago
  • About
  • Contact
  • Privacy & Policy
  • Terms & Conditions
  • Help
Tuesday, January 26, 2021
  • Login
  • Home
  • राजनीति
  • भारत
  • दुनिया
  • शिक्षा-रोजगार
    • नौकरी
    • छात्र-छात्राएं
    • स्कूल
    • विश्वविद्यालय
  • किस्से
    • गांव
    • अपना-पराया
    • घुमक्कड़ी
    • बाइस्कोप
    • खेल-खेल
    • हास्य-व्यंग
  • ट्रांस-कार्नर
  • अन्य
No Result
View All Result
rajpathnews
Advertisement
  • Home
  • राजनीति
  • भारत
  • दुनिया
  • शिक्षा-रोजगार
    • नौकरी
    • छात्र-छात्राएं
    • स्कूल
    • विश्वविद्यालय
  • किस्से
    • गांव
    • अपना-पराया
    • घुमक्कड़ी
    • बाइस्कोप
    • खेल-खेल
    • हास्य-व्यंग
  • ट्रांस-कार्नर
  • अन्य
No Result
View All Result
Rajpath News
No Result
View All Result
Home किस्से बाइस्कोप

रिया चक्रवर्ती के मीडिया ट्रायल का असल मतलब

by Rajpath News
25 September, 2020
in बाइस्कोप, भारत
0
रिया चक्रवर्ती के मीडिया ट्रायल का असल मतलब
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

सौम्या ज्योत्स्ना : रिया चक्रवर्ती के मीडिया ट्रायल के कई मतलब हो सकते हैं। मीडिया में एक दौर ऐसा भी हुआ करता था, जब स्क्रीन पर खबर के फ्लैश होते ही दूनिया में तहलका मच जाता था। इसके साथ ही मीडिया के अन्य अंगों के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ करता था, मगर वर्तमान समय में मीडिया का जो चेहरा सामने आया है, उसने मीडिया के नज़रिए को ही लोगों के सामने धुंधला कर दिया है। 

मीडिया हमेशा से ऐसा नहीं था। वह मीडिया ही था, जिसने 1999 में जेसिका लाल मर्डर केस में जेसिका की बहन सबरीना लाल का आखिर तक साथ दिया था। यह मीडिया की मसक्क ही थी, जिसके बल पर न्याय का झंडा बुलंद हुआ था। इसके साथ ही एक ओर आरुषि हत्याकांड केस का चेहरा भी आंखों के सामने घुम जाता है, जिसमें मीडिया का एक अलग ही तेवर देखने को मिला था। मीडिया की रिर्पोटिंग ने आरुषि के यादों को बद्तर बना दिया और अभी भी कुछ ऐसा ही घटित हो रहा है। 

 वर्तमान समय के मीडिया ट्रायल और मीडिया एक्टिविज़्म की बात करें तो आज का मीडिया सत्ता से सवाल करने से ज़्यादा कॉन्सपिरेसी थ्योरी में रम गया है, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण सुशांत सिंह राजपूत की मृ्त्यु में चर्चा में रहने वाला नाम रिया चक्रवर्ती है। अब हालत ऐसी हो गई है कि सुशांत के चेहरे के पहले रिया चक्रवर्ती का चेहरा सामने आ जाता है। मीडिया भी सभी मुद्दों से भटका हुआ है क्योंकि उसे लोगों का टेस्ट पता चल गया है। मीडिया के भयावह रिर्पोटिंग के कारण ही सुशांत की यादें कड़वी लगने लगती है।

कानून के अनुसार हर किसी को अपना पक्ष रखने की इज़ाज़त है और संविधान के अनुसार यह हर नागरिक का अधिकार भी है। साथ ही जब तक आरोप सिद्ध न हो जाए तब तक किसी को दोषी साबित करके उस पर मीडिया ट्रायल चलाया जाना सरासर गलत है। सुशांत केस में हर एक व्यक्ति ने अपना पक्ष रखा है। ऐसे में यह हक रिया को भी मिलना चाहिए तभी निष्पक्ष पत्रकारिता का मापदंड पूरा होगा। केवल खबरों को दिखाते रहने और टिआरपी बटोरते रहने को पत्रकारिता का नाम नहीं दिया जा सकता है। 

आलम यह है कि मीडिया में दिखाई जाने वाली खबरों को लोग सच मान रहे हैं और लोगों ने रिया को दोषी भी मान लिया है। हालांकि कानून का फैसला आना अभी बाकि है मगर मीडिया द्वारा रिया दोषी हैं इसलिए लोगों ने भी अपनी सोचने समझने की शक्ति को साइड कर दिया है। अब रिया दोषी है और उसे सजा मिलनी चाहिए और यह मीडिया के ट्रायल का ही नतीज़ा है। 

हर सोशल मीडिया पर रिया पर अनेकों मीम्स, जोक्स आदि शेयर हो रहे हैं। लोगों के साथ मीडिया को भी मज़ा आ रहा है क्योंकि सभी को बातें करने के लिए मुद्दा मिल गया है। यहां एक सवाल बिल्कुल लाज़िमी है कि क्या मीडिया ट्रायल के कारण ही रिया के साथ-साथ अनेक तबके की महिलाओं को आब्जेक्टिफाई किया जा रहा है? जिस तरह लड़कियों को लेकर पूरे सोशल मीडिया में ऑनलाइन हेट फैलाया जा रहा है, उससे समाज का एक ऐसा चेहरा सामने लाता है, जहां लड़कियों को निशाना बनाकर उनपर अश्लील और भद्दे कमेंट किए जा सकें। मीडिया ट्रायल के कारण ही लोगों की नज़रों के सामने गुड एंड बैड वूमेन की छवि गढ़ी जा रही है। 

मीडिया का ऐसा चेहरा नई बात नहीं है। ऐसे अनेकों मामले हैं, जिसमें महिला द्वारा न्याय मांगने और जांच को सही दिशा देने की मांग पर मीडिया ने दोहरा रवैया अपनाया है क्योंकि पितृसत्तामक व्यवहार समाज के साथ-साथ मीडिया में भी विराजमान है। मेन स्ट्रिम मीडिया अपनी ज़िम्मेदारी से पीछे हट चुका है क्योंकि उसे लोगों के सामने खबरों को नहीं बल्कि लोगों द्वारा बनाई जा रही बातों को ही तोड़-मरोड़ कर पेश करना है।   

मीडिया के ऐसे व्यवहार के कारण लोगों ने अनेकों मुद्दों को भुला दिया है क्योंकि सभी की नज़र रिया के मीडिया ट्रायल और पल-पल की ब्रकिंग न्यूज़ पर है। मीडिया वही दिखा रहा है, जो लोग देखना चाह रहे हैं। मीडिया अब अपने दायित्वों से हट चुका है। असल बात यह है कि दोषी का चेहरा आने से पहले ही लोग इस केस में रुचि लेना बंद कर देंगे क्योंकि शायद तब तक लोगों के साथ-साथ मीडिया को भी एक नई ब्रकिंग न्यूज़ मिल जाएगी। बहरहाल सुशांत की जितनी भी यादें हैं, उसमें मीडिया ने सबसे ज़्यादा कब्ज़ा किया है। आने वाला समय मीडिया के अनेक चेहरे सामने लेकर आएगा मगर उम्मीद है कि शायद तब तक लोगों की आंखें चका-चौंध से ज़्यादा खबरों को प्राथमिकता देगी। 

 

Tags: बॉलीवुडमीडिया ट्रायलरिया चक्रवर्ती
ShareTweet

Rajpath News

Rajpath News

Copyright©rajpathnews.com

Navigate Site

  • About
  • Contact
  • Privacy & Policy
  • Terms & Conditions
  • Help

Follow Us

No Result
View All Result
  • Home
  • राजनीति
  • भारत
  • दुनिया
  • शिक्षा-रोजगार
    • नौकरी
    • छात्र-छात्राएं
    • स्कूल
    • विश्वविद्यालय
  • किस्से
    • गांव
    • अपना-पराया
    • घुमक्कड़ी
    • बाइस्कोप
    • खेल-खेल
    • हास्य-व्यंग
  • ट्रांस-कार्नर
  • अन्य

Copyright©rajpathnews.com

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Create New Account!

Fill the forms bellow to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In