नई दिल्लीर/लखनऊ : उत्तकर प्रदेश में बीजेपी के पूर्व प्रान्तीय उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की ओर से बसपा मुखिया मायावती के खिलाफ ‘अभद्र’ टिप्पणी किए जाने के बाद विरोध-प्रदर्शन जारी है। बड़ी संख्या में बसपा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध-प्रदर्शन पर मायावती ने एक बयान देते हुए कहा कि मुझे मेरे समर्थक ‘देवी’ जैसा मानते हैं और उनका गुस्सा जायज है ।
मायावती ने कहा कि मैं दलित समाज के लिए देवी जैसी हूं। लोग मुझे बहन के साथ साथ देवी भी मानते हैं। लोग न बहन की तरह उनका सम्मान करते हैं। बीजेपी नेता ने ऐसा बयान देकर शर्मनाक काम किया है। कमजोर तबका मुझे बहन के साथ देवी मानता है। इसलिए मेरे इस अपमान के बाद इनमें गुस्सा है। इस तरह की अभद्र टिप्पमणी से मेरा अपमान हुआ, इसलिए लोगों को गुस्साम आया।
मायावती ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में यह भी कहा कि दयाशंकर सिंह को पार्टी से हटाना एक सामान्यी प्रकिया है। यदि वह (बीजेपी) उसके (दयाशंकर सिंह) खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाते तो ज्यापदा बेहतर होता। यदि बीजेपी नेता खुद उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाते तो वे मेरा दिल जीत लेते। मायावती ने यह भी कहा कि दलित भाजपा को कभी माफ नहीं करेंगे। दयाशंकर सिंह के खिलाफ सिर्फ कार्रवाई काफी नहीं है। उन्हेंा पार्टी से बाहर करना तो बस एक बहाना है।
मायावती ने यह भी कहा कि प्रशासन ने आज बसपा कार्यकर्ताओं को आश्वा सन दिया है कि उन्हेंं 36 घंटों का समय दिया जाए, इस बीच दयाशंकर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस आश्वाससन के बाद बसपा कार्यकर्ता और धरना-प्रदर्शन करने वाले लोग वहां से हटे हैं। अब दयाशंकर गिरफ्तार होते हैं या नहीं, इसको लेकर आगे हमारे लोगों की क्याद रणनीति होगी, अब ये वही जानें।
बताते चलें कि बसपा कार्यकर्ताओं ने आज हजरतगंज स्थित अम्बेडकर प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया और सिंह को दलित एक्ट के तहत गिरफ्तार करने की जोरदार तरीके से मांग की। इस दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे बसपा कार्यकर्ताओं ने बेहद तल्ख और आपत्तिजनक भाषा वाले नारे लिखे बैनर और पोस्टर लहराए। कार्यकर्ताओं ने सिंह का पुतला जलाते हुए उनके तथा उनके परिवार के प्रति आपत्तिजनक शब्दों भरी नारेबाजी की।
गौरतलब है कि भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने पिछले दिनों मउ में संवाददाताओं से बातचीत में बसपा अध्यक्ष मायावती पर अभद्र टिप्पणी करते हुए उन पर ज्यादा से ज्यादा धन देने वालों को पार्टी का चुनाव टिकट बेचने का आरोप लगाया था ।