नई दिल्ली : केन्द्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले के हमले का करारा जवाब देते हुए बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा है कि, बीएसपी बाबा साहेब अम्बेडकर के मानवतावादी कारवाँ को आगे बढ़ा रहा है, लेकिन अठावले जैसे लोग बीजेपी की गुलामी में इस कारवां को नुकसान पहुंचाने में लगे हैं.
अठावले द्वारा बौद्ध धर्म अपनाने वाले बयान पर प्रेस रिलीज जारी करते हुए मायावती ने कहा कि बाबा साहेब ने पूरे जीवनभर लोगों को जागरुक किया और अंतिम सांस लेते हुए अपने प्रण के मुताबिक लाखों अनुयाइयों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया. इसके लिए उन्होंने कभी जल्दी नहीं की. कांशीराम ने भी ऐसा ही कुछ किया था. मैं जब बौद्ध धर्म अपनाऊं तो समाज इतना जागरुक हो कि मेरे साथ ऐतिहासिक घटना के तौर पर करोड़ों लोग बौद्ध धर्म को अपनायें. यही सही दीक्षा होगी.
पार्टी की ओर से बयान में आगे कहा गया कि खासकर उत्तर प्रदेश में शोषित, पीड़ित, दलित व अन्य पिछड़े वर्ग के लोग बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के सपनों को साकार करने के लिए जबर्दस्त तौर पर संघर्ष कर रहे हैं पर रामदास अठावले जैसे गुलामी की मानसिकता रखने वाले लोग भाजपा के हाथों में खेलकर दलितों की एकजुटता को खण्डित करने का षड़यन्त्र करते हैं.
बताते चलें कि केंद्र सरकार के राज्य मंत्री रामदास अठावले ने मायावती पर निशाना साधाते हुए कहा था कि मायावती बाबा साहेब आंबेडकर के नाम पर राजनीति तो करती हैं लेकिन, उनके आदर्शों को नहीं मानती. आंबेडकर के नाम पर राजनीति करने वाली मायावती ने अभी तक बौद्ध धर्म क्यों नहीं अपनाया. उन्होंने कहा कि मायावती हिंदू हैं. यही नहीं उन्होंने साफतौर पर कहा कि दलितों के हितों से उन्हें कोई सरोकार नहीं है और दलितों को बौद्ध धर्म अपना लेना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि मोदी दलित विरोधी नहीं हैं.