कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को लेकर केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली के ‘दुखद ट्वीट’ से वह आहत हैं. वित्तमंत्री जेटली ने ट्वीट कर नेताजी की ‘पुण्यतिथि’ पर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी, हालांकि बाद में विवाद होता देख उन्होंने इसे हटा लिया.
दरअसल सरकार ने सर्वप्रथम यही माना था कि 18 अगस्त 1945 को ताइवान में हुई हवाई दुर्घटना में इस प्रतिष्ठित नेता का निधन हो गया था. हालांकि उनके निधन को लेकर अब भी स्थिति कोई स्पष्ट नहीं है, जहां कुछ लोग मानते हैं कि उस दुर्घटना के बाद भी बोस जीवित थे.
अरुण जेटली के इस ट्वीट पर ममता बनर्जी ने प्रतिक्रिया जताते हुए ट्वीट किया कि वह उनके इस ट्वीट से आहत हैं. तृणमूल प्रमुख ने ट्वीट किया- आज रक्षा बंधन है, मैं किसी को आहत नहीं करना चाहता. लेकिन आज सुबह के अरुण जेटली जी के दुखद ट्वीट से स्तब्ध हूं. हम सब आहत हैं’. वहीं पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी से जुड़े नेताजी के पोते चंद्र बोस ने अरुण जेटली से इसके लिए माफी की मांग की है.
गौरतलब है कि नेताजी की मौत आज भी बहुत बड़ा रहस्य बनी हुई है और उनके गृह प्रदेश पश्चिम बंगाल के लिए भावनात्मक मुद्दा है. सरकार द्वारा गठित दो जांच आयोगों ने यह निष्कर्ष निकाला कि हवाई दुर्घटना में ही नेताजी का निधन हुआ था, जबकि तीसरे आयोग ने इस बात को खारिज किया था. इस बीच गाहे-बगाहे नेताजी के भारत में विभिन्न जगहों पर दिखने की अफवाहें भी उड़ती रही. कभी यह कहा गया कि नेताजी ने अपने जीवन के आखिरी दिन यूपी के फैजाबाद में ‘गुमनामी बाबा’ के रूप में बिताए. हाल ही में नेताजी के निधन को लेकर चर्चाएं उस वक्त फिर शुरू हो गईं, जब सरकार ने उनसे जुड़ी गोपणीय फाइलों को सार्वजनिक किया. हालांकि अब भी उनके निधन को लेकर अब भी स्थिति कोई स्पष्ट नहीं है.