मुंबई : सावित्री नदी में आज तीन और शव दिखाई दिए. रायगढ़ जिले के महाड़ के नजदीक अंग्रेजों के जमाने का एक पुल टूट जाने के बाद दो बसों समेत कुछ निजी वाहन सावित्री नदी में बह गए थे. भारी बरसात के बीच खोज अभियान जारी हैं. इसके साथ ही मृतकों का आंकड़ा 17 तक पहुंच गया है.
रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक संजय पाटिल ने बताया कि कल रात तक 14 शव निकले गए थे. खोज दलों को आज सुबह तीन और शव दिखे हैं. उन्होंने बताया कि शवों को निकालने के प्रयास जारी हैं. पाटिल ने बताया कि जब दल शवों को नदी में से निकाल लेंगे तो उन्हें पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय अस्पताल भेजा जाएगा. इसके बाद हम शवों को रिश्तेदारों के हवाले कर देंगे.’
उन्होंने बताया कि खोज अभियान में 20 नावें, तट रक्षक बल, राष्ट्रीय आपदा राहत बल और नौसेना के लगभग 160 जवान जुटे हुए हैं. जिला प्रशासन स्थानीय मछुआरों की भी मदद ले रहा है. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ शव दुर्घटनास्थल से 120 किमी दूर तक मिले हैं.
उन्होंने बताया कि जब तक हादसे की शिकार बसों और अन्य चौपहिया वाहनों के सभी सवारों का पता नहीं चल जाता है तब तक तलाश अभियान जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि हमने तलाश अभियान का दायरा बढ़ा दिया है. सावित्री नदी के किनारे रहने वाले स्थानीय लोगों को भी सूचित कर दिया है.
उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बारिश के कारण खोज अभियान प्रभावित हो रहा है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में बताया था कि आठ शव मिल चुके हैं और 42 लोग लापता हैं. उन्होंने कहा था कि सरकार हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख रुपए का मुआवजा देगी.
सरकार पहले यह घोषणा कर चुकी है कि हादसे के शिकार सरकारी बसों के कर्मचारियों के परिजन को वह दस लाख रुपए या नौकरी देगी. फडणवीस ने बताया कि दो सरकारी बसों के अलावा एक टवेरा और एक होंडा कार नदीं में गिरी है. मुंबई-गोवा राजमार्ग पर महाड़ के नजदीक बना यह पुराना पुल मंगलवार की रात टूट गया था. यह स्थान मुंबई से 170 किलोमीटर के फासले पर है.