चारा घोटाला में सजा काट रहे लालू यादव की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है और निमोनिया के लक्षण भी नज़र आ रहे हैं। रांची के रिम्स में लालू की कोरोना की जांच के लिए एंटीजन टेस्ट भी कराया गया था, जो निगेटिव आया।
लालू की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर रिम्स अधीक्षक विवेक कश्यप, जेल आईजी और जेल अधीक्षक रिम्स के पेइंग वार्ड पहुंचे। लालू का इलाज रिम्स में चल रहा है। हालांकि अभी स्थिति नियंत्रण में है।
रिम्स पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री और कहा-
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी रिम्स पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि वह सुरक्षा और सफाई का जायजा लेने आए थे। लालू यादव से उनकी मुलाकात नहीं हुई। साथ ही जब यादव की तबीयत के बारे में सवाल किया गया तब बन्ना गुप्ता ने बताया कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
25 फीसदी काम कर रही है लालू किडनी
डॉक्टर उमेश प्रसाद के अनुसार यादव की किडनी 25 फिसदी ही काम कर रही है। पहले के मुकाबले 10 फिसदी की गिरावट है। अगर 10-12 फिसदी की और गिरावट आई तब लालू को डायलिसिस की जरूरत पड़ सकती है। दो साल तक इन्सुलिन और डॉक्टर्स की निगरानी में किडनी ने बेहतर काम किया मगर अब यह फिर बिगड़ रही है। लालू डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट की बीमारी, क्रॉनिक किडनी डिजीज (स्टेज थ्री) जैसी बीमारियों का इलाज करवा रहे हैं।
ढाई साल से रिम्स में भर्ती हैं लालू
यादव झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में सबसे ज्यादा दिनों तक इलाज कराने वाले मरीजों में से हैं। वे यहां ढाई साल से भर्ती हैं। रिम्स आने से पहले वे एम्स में भर्ती थे। 29 अगस्त 2018 को लालू को रिम्स की कार्डियोलॉजी बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया था। कार्डियोलॉजी विभाग में कुत्तों की आवाज से परेशान होने के बाद 5 सितंबर को उन्हें रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती कराया गया था। 5 अगस्त 2020 को राजद सुप्रीमो को कोविड संक्रमण के डर से रिम्स के केली बंगले में शिफ्ट कर दिया गया था।
हालांकि यहां से उन्हें पिछले साल 26 नवंबर को पेइंग वार्ड में शिफ्ट किया गया। जेल अधीक्षक ने यह कार्रवाई झारखंड हाईकोर्ट में यादव की जमानत याचिका पर सुनवाई से एक दिन पहले की थी।