नई दिल्ली : पीएमओ की वेबसाइट पर मोदी सरकार के कुछ मंत्रियों की संपत्ति का ब्योरा डाला गया है. इस आंकड़े में सबसे दिलचस्प यह है कि केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने 25 साल से न तो अपना फ्रिज बदला, न टीवी और न ही मोबाइल फोन बाबजूद इसके की वे 17 करोड़ के मालिक हैं.
गौर हो कि आर्थिक पारदर्शिता लाने के लिए पीएम बनने के बाद मोदी ने अपनी सरकार से ही शुरूआत की थी. अपने मंत्रियों से संपत्ति का ब्योरा देने को कहा था, जो पीएमओ की वेबसाइट पर सार्वजनिक की जाती है. एक बार फिर मंत्रियों की संपत्ति पीएमओ की वेबसाइट पर पोस्ट की गई है.
वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र के पास कैश में 89 हजार 700 रुपये हैं. बैंक में 2 लाख 9 हजार 296 रुपये हैं. बैंक एफडी 51 लाख 27 हजार 428 रुपये है. एल एंड टी का 20 हजार का बॉन्ड है. नेशनल सेविंग्स स्कीम में 3 लाख 28 हजार 106 रुपये हैं. एलआईसी की एक पॉलिसी 1 लाख 99 हजार 31 रुपये की है. गहने के नाम पर चार सोने की अंगूठी के नाम पर 1 लाख 27 हजार 645 रुपये हैं. किताब की रॉयल्टी से मिले 12 हजार 35 हजार 790 रुपये हैं. पीएम मोदी के पास कोई जमीन नहीं है. कोई कार नहीं है. कोई लोन भी नहीं है. कुल मिलाकर पीएम मोदी 73 लाख 36 हजार 996 के मालिक हैं.
वहीं मोदी सरकार के एक और मंत्री रामविलास पासवान सिर्फ 52 लाख के मालिक हैं. रामविलास पासवान के हाथ में सिर्फ 50 हजार कैश है. वेंकैया नायडू के पास सिर्फ 53 लाख रुपये की संपत्ति है जबकि प्रकाश जावडेकर के पास 1 करोड़ 60 लाख की संपत्ति है. सामाजिक कल्याण मंत्री थावरचंद गहलोत के पास ढाई करोड़ की संपत्ति है. सुषमा स्वराज के पास 5 करोड़ 20 लाख की संपत्ति है. केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली के पास करीब 4 करोड़ की जमीन और कमर्शियल प्रॉपर्टी है. दिल्ली, पंजाब, गुजरात, हरियाणा में 10 करोड से ज्यादा के घर हैं. करीब 2 करोड़ कारों की कीमत है. जेटली के पास 1 करोड़ 86 लाख के गहने हैं. जेटली ने बैंकों और कंपनियों में करीब 18 करोड़ का निवेश किया हुआ है और 65 लाख कैश है.