श्रीनगर: आर्मी ऑफिसर लेफ्टिनेंट उमर फयाज की आतंकियों ने हत्या करने के बाद कश्मीरियों को भारतीय सेना में भर्ती होने से रोकने के लिए चेतावनी दी थी। इसके बावजूद कश्मीर के युवा आतंकियों की धमकी से डरे नहीं। करीब 2000 कश्मीरी युवक और युवतियां सेना के भर्ती अभियान में भाग लेने आए।
शनिवार को बख्शी स्टेडियम में घाटी के 2000 युवक-युवतियां सेना भर्ती की परीक्षा में शामिल हुए। कश्मीरी युवक-युवतियां यहां जम्मू-कश्मीर पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद के लिए फिजिकल टेस्ट (PET और PST) के लिए आए हुए थे। देर से ही सही लेकिन कश्मीरी युवाओं को शायद यह समझ आ गया है कि वे सही रास्ते से ही कश्मीर का विकास कर सकते हैं न कि आतंकियों का साथ देकर।
जम्मू-कश्मीर डीजीपी एसपी वैद्य ने बताया, दर्जनों कश्मीरी लड़कियों ने समाज की तमाम रूढ़ियां तोड़ते हुए पुलिस भर्ती के फिजिकल टेस्ट में हिस्सा लिया। 6000 से ज्यादा कश्मीरी लड़कियां सब-इंस्पेक्टर्स की भर्ती के लिए हुए फिजिकल टेस्ट में शामिल हुईं।
विभिन्न आतंकी संगठन कश्मीरी युवाओं को सुरक्षा बलों में भर्ती ना होने की चेतावनी देते रहते हैं और कई धमकी भरे विडियो भी जारी करते रहते हैं। इन सबके बावजूद घाटी के युवा ना केवल इन धमकियों की परवाह किए बिना जम्मू-कश्मीर की पुलिस भर्ती के लिए लाइन में खड़े दिखे बल्कि उनकी संख्या जम्मू से आने वाले युवाओं की संख्या में काफी ज्यादा थी। सब-इंस्पेक्टर के 698 पदों के लिए 67,218 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। इनमें से 35,722 कश्मीर से थे जबकि जम्मू से आने वाले उम्मीदवारों की संख्या 31, 496 थी।