नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के हालात का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई. दो घंटे चली इस बैठक में प्रधानमंत्री ने पूरे हालात की जानकारी ली. बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने बताया कि पीएम ने राज्य को हर संभव मदद देने को कहा है. इसके साथ ही हिदायत दी है कि कार्रवाई में किसी निर्दोष के साथ ज्यादती न हो.
प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमां स्वराज और शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल थे. सोमवार को इससे पहले गृह मंत्री ने पर्रिकर, जेटली, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर कश्मीर की स्थिति का जायजा लिया था. पीएम मोदी के साथ अफ्रीका गए डोभाल कल ही दौर बीच में छोड़कर वापस आ गए थे.
गौर हो कि आतंकी बुरहान की मौत पर जम्मू कश्मीर में सब कुछ ठीक नहीं हुआ है. हिंसा में मरने वालों की संख्या 32 हो चुकी है. पीएम आज सुबह की देश लौटे हैं. लौटकर सबसे पहला अहम काम जम्मू कश्मीर के हालात की समीक्षा की. 4 अफ्रीकी देशों के दौरे से भारत लौटे मोदी ने सुबह 10 बजे अहम बैठक की. कश्मीर में चार दिनों से हो रहे हिंसक प्रदर्शन पर आला अधिकारियों ने पीएम को रिपोर्ट दी.
वहीं जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने सोपोर जिले में पुलिस की टीम पर हमला किया है. सोपोर के वारपोरा गांव में पुलिस टीम पर हमला किया है. राज्य सरकार की एक उच्चस्तरीय बैठक हालात को लेकर चल रही है. इसीबीच यह घटना हुई है. इलाके में हमलावरों की तलाश में सघन अभियान चल रहा है. इस हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां और पुलवामा जिले में पूरी तरह कर्फ्यू है. जबकि बारामुला, सोपोर और कुपवाडा के कुछ इलाकों में कर्फ्यू है. जबकि श्रीनगर के आठ थाना इलाकों में कर्फ्यू है. साउथ कश्मीर के 4 जिले में कर्फ्यू है. इसके अलावा खानियार, नौहट्टा, रैनावरी, क्रालकुर्द, सफाकदल, मैसिमा, नूरबाग, हब्बाकदल, महाराजगंज में तनाव है.