मदुरै : भाजपा ने द्रमुक प्रमुख एम करूणानिधि को खबरों में आए उनके बयान जिसमे उन्होंने कहा था कि केन्द्र की सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थन से संस्कृत को थोपा जा रहा है, के लिए उनकी आलोचना की।
हिन्दी-विरोधी आंदोलन की भांती संस्कृत-विरोधी प्रदर्शन करने के करूणानिधि की धमकियों पर भाजपा नेता एल. गणेशन ने कहा कि तमिल और संस्कृत दोनों ही शास्त्रीय भाषाएं हैं। दोनों का जन्म भगवान शिव की ‘उडुकई’ (ढोल) से हुआ है। जो लोग भगवान शिव को स्वीकार नहीं करते हैं, उन्हें संस्कृत भाषा के बारे में बात नहीं करनी चाहिए। गणेशन भाजपा के ‘शिकायत निवारण केन्द्र’ के उद्घाटन के बाद बातचीत कर रहे थे।