नई दिल्ली : बॉलीवुड में अपनी छरहरी काया और ‘जीरो फिगर’ के लिए मशहूर अभिनेत्री करीना कपूर लाखों दिलों की मलिका हैं. उन्होंने एक-से एक कई बेहतरीन फिल्में दी हैं और अपने चुलबुले व खुशमिजाज अंदाज से हर तरह की भूमिकाओं में जान डालकर अपने हुनर का लोहा मनवाया है.
‘बेबो’ के नाम से मशहूर करीना कपूर खान अब 36 साल की हो गई हैं. उनके जीवन में कई उतार-चढ़ाए आए, लेकिन इन सब को पार कर बॉलीवुड में उन्होंने अलग मुकाम बनाया और अब वह मनोरंजन-जगत का जाना-माना नाम हैं.
करीना का जन्म 21 सितंबर, 1980 को मुंबई में बसे पंजाबी मूल के कपूर खानदान में हुआ. वह फिल्म अभिनेता रणधीर कपूर और अभिनेत्री बबिता की सबसे छोटी बेटी हैं. ‘बेबो’ कही जाने वाली करीना अभिनेता और फिल्म निर्माता राज कपूर की पोती और पृथ्वीराज कपूर की परपोती हैं.
फिल्मी दुनिया के मशहूर परिवार में जन्मी करीना के पिता उन्हें अभिनय से दूर रखना चाहते थे. इस वजह से उनके माता-पिता के बीच काफी मतभेद पैदा हो गए, यहां तक कि अंत में उनकी मां ने बेबो और उनकी बड़ी बहन करिश्मा को साथ लेकर घर छोड़ दिया.
उनकी पढ़ाई मुंबई में जमनाबाई नर्सी स्कूल और बाद में देहरादून के वेल्हैम गर्ल्स बोर्डिग स्कूल से हुई. मीठीबाई कॉलेज, विले पार्ले कॉलेज में दो साल बी-कॉम की पढ़ाई करने के बाद, उन्होंने हावर्ड विश्वविद्यालय से माइक्रो कम्प्यूटर्स में तीन महीने का कोर्स किया.
इसके बाद, उनकी रुचि कानून की पढ़ाई में हुई और उन्होंने चर्चगेट स्थित गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में दाखिला लिया. वहां एक साल पूरा करने के बाद, वह एक अभिनेत्री बनने की अपनी प्रारंभिक योजना की तरफ लौटीं और किशोर नामित कपूर अभिनय संस्थान में प्रशिक्षण लेने लगीं. बचपन में करीना अपनी बहन करिश्मा के साथ पुरस्कार समारोहों में जाया करती थीं और अपनी बहन करिश्मा कपूर की फिल्म के दौरान सेट पर मदद भी किया करती थीं.
करीना की पहली फिल्म थी जे.पी. दत्ता की ‘रिफ्यूजी’ जो भारत और पाकिस्तान युद्ध की पृष्ठभूमि पर बनी थी. करीना के फिल्मी सफर की शुरुआत हालांकि राकेश रोशन की फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ के साथ होने वाली थी, जिसमें उनके साथ राकेश रोशन के बेटे ऋतिक रोशन थे. हालांकि, कई दिनों की तक सीन फिल्माने के बाद उन्होंने ये फिल्म छोड़ दी थी.
करीना को उनके अभिनय के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला और ‘रिफ्यूजी’ उस साल सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में पांचवें स्थान पर रही.
बॉक्स ऑफिस पर कमाई करने के मामले में भले ही उनकी फिल्मों का प्रदर्शन काफी अलग-अलग रहा हो, लेकिन करीना खुद को हिंदी फिल्म उद्योग में खुद को सफल अभिनेत्री के रूप में स्थापित करने में कामयाब रहीं.
साल 2009 में उन्होंने संतोष सीवान के ऐतिहासिक महाकाव्य फिल्म ‘अशोका’ में काम किया, जिसमें उनकी खूबसूरती और अभिनय को सराहा गया. 2009 टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के दौरान स्क्रीनिंग सहित इस फिल्म की शुरुआत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काफी जोरदार प्रदर्शन के साथ हुई.
फिल्म ‘अशोका’ में अपने शानदार प्रदर्शन के बल पर करीना ने फिल्मफेयर का पहला सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का नामांकन अर्जित किया. कॉमेडी-रोमांस फिल्म ‘जब वी मेट’ में उन्होंने अपने प्रदर्शन के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार जीता.
करीना ने साल 2009 में तुषार कपूर के साथ सतीश कौशिक द्वारा निर्देशित रोमांटिक ड्रामा ‘मुझे कुछ कहना है’ में काम किया. इस फिल्म में उन्होंने पूजा नाम कि एक लड़की की भूमिका निभाई थी.
उन्होंने अमिताभ बच्चन और फरदीन खान के साथ गोविंद निहलानी की फिल्म ‘देव’ में भी काम किया. इस फिल्म में उन्हें गाने का भी मौका मिला.
फिल्म ‘देव’ में अपने काम के लिए करीना ने फिल्मफेयर समीक्षक पुरस्कार जीता और साथ ही साथ अन्य बहुत से समारोहों में उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए नामांकित किया गया.
फिल्म ‘फिदा’ में करीना कपूर पहली बार किसी नकारात्मक भूमिका में नजर आईं. इसमें उनके सह कलाकार शाहिद कपूर और फरदीन खान थे.
‘चमेली’ में करीना ने देह व्यापार करने वाली एक लड़की की भूमिका निभाई. इसमें उनके अभिनय के लिए उन्हें फिल्मफेयर स्पेशल परफॉर्मेस अवार्ड भी मिला.
करीना अपनी हर फिल्म में अपने अभिनय का लोहा मनवाती रही हैं. उनके प्रशंसकों की आज लंबी कतार है. ‘बेबो’ के प्रेम के चर्चे भले ही अभिनेता शाहिद कपूर के साथ रहे हों, लेकिन उन्होंने घर बसाया अभिनेता सैफ अली खान के साथ और पटौदी खानदान की बेगम बन गईं.
करीना ने सैफ अली खान के साथ पांच साल प्रेम संबंध में रहने के बाद अक्टूबर 2012 में शादी कर ली. करीना बेबी बंप होने के बावजूद हाल ही में लक्मे फैशन वीक के दौरान शो स्टॉपर के रूप में रैंप पर चलीं. फिलहाल वह अपनी आने वाली फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग’ की शूटिंग पूरी कर रही हैं.
करीना यह साफ कर चुकीं हैं कि बच्चा होने के बाद वह बॉलीवुड करियर को छोड़कर घर पर नहीं बैठने वाली हैं. उनके घर में दिसंबर तक नया मेहमान आ सकता या सकती है. हालांकि वह अपनी जैसी एक बेटी ही चाहती हैं. शायद इसी के चलते इस साल उनके जन्मदिन की खुशी दोगुनी है. बेगम साहिबा को जन्मदिन मुबारक!