नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने आज केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के निर्देश के बाद जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के एक लापता छात्र का पता लगाने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. इस मुद्दे पर जेएनयू में छात्रों के एक वर्ग ने प्रशासन की कथित निष्क्रियता को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन छेड़ रखा है.
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त नपूर प्रसाद ने कहा कि हमने इस मामले की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त मनीषी चंद्रा की अगुवाई मे एक विशष जांच दल का गठन किया है. हमने देशभर में विभिन्न संबंधित एसएसपी और पुलिस अधिकारियों को भी सूचित कर दिया है और अखबारों में इश्तहार भी दिए हैं. छात्र नजीब अहमद परिसर में झगड़े के बाद शनिवार से लापता है.
प्रसाद ने कहा कि हमने नजीब के बारे में कोई सूचना या सुराग देने वाले व्यक्ति के लिए 50,000 रूपए के इनाम की भी घोषणा की है. सिंह ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त को बुलाया था और उन्हें लापता छात्र को ढ़ूढने के लिए एक विशेष दल गठित करने को कहा.
आंदोलनकारी छात्रों ने जेएनयू के प्रशासनिक भवन में कल अपराह्न से ही कुलपति एम जगदीश कुमार और 12 अन्य अधिकारियों को बंधक बना रखा था. अधिकारी ने बताया कि जेएनयू प्रशासन भी नजीब का पता लगाने का प्रयास कर रहा है. प्रसाद ने हालांकि उन स्थानों के बारे में बताने से इनकार कर दिया जहां उन्होंने नजीब को ढूढा है.
नजीब के लापता होने के बाद चल रही अपहरण की थ्योरी को खारिज करते हुए प्रसाद ने कहा कि हमें कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं मिला है लेकिन एक चश्मदीद ने उसे पार्थसारथी रॉक्स इलाके से जाते हुए देखा. परिवार ने हमें उसकी रिहाई के बाद फिरौती संबंधी कोई कॉल आने की बात नहीं बतायी है.s उन्होंने बताया कि पुलिस ने कुछ दवाएं, लैपटॉप और उसका फोन जब्त किया है जो उसने अपने छात्रावास के कमरे में छोड़ा था.