नई दिल्ली : सीमा पर पाकिस्तान से तनातनी के बीच रक्षा मंत्रालय ने आज 82 हजार करोड़ रूपये से भी ज्यादा के सैन्य साजों-सामान को खरीदने की मंजूरी दे दी है. इसमें सेना के लिए 464 टैंक और वायुसेना के लिए 83 तेजस लड़ाकू विमान शामिल हैं. इस लेकर आज रक्षा मंत्रालय की उच्च-स्तरीय रक्षा खरीद परिषद की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने की जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद थे.
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इनमें थलसेना के लिए 464 टी-90 टैंक खरीदे जाएंगी. ये टैंक ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी) से 13,448 करोड़ रूपये मे खरीदे जाएंगे. इसके अलावा थलसेना के लिए 1100 करोड़ रूपये कीमत के 598 मिनी यूएवी खरीदने के लिए हरी झंडी दी गई. तो वहीं थलसेना के लिए ही 14,633 करोड़ रूपये के 6 अतिरिक्त पिनाका मिसाइल की रेजीमेंट को मंजूरी दी गई है.
खरीद परिषद ने वायुसेना के लिए 83 तेजस लड़ाकू विमानों के खरीदने के लिए मंजूरी दी. एचएएल से ये विमान आईडीडीएम यानि इंडियन डिजाइन डेवलेपड एडं मैन्युफेक्चर कैटेगरी के तहत 50 हजार करोड़ रूपये में खरीदे जाएंगे. इसके अलावा वायुसेना के लिए 10 लाइट काॅम्बेट हेलीकाॅप्टर और थलसेना के लिए 05 हेलीकाॅप्टर्स को भी मंजूरी दी गई है.
आपको बता दें कि भारतीय सेना की पीओके में सर्जिकल-स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान ने सरहद पर भारत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. पाकिस्तान की तरफ से लगातार युद्धविराम का उल्लंघन हो रहा है. भारतीय सेना भी पाकिस्तानी गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रही है और अबतक पाकिस्तान की 20 से भी ज्यादा पोस्ट तबाह कर चुकी है. जानकारों की मानें तो ये मिनी-वाॅर जैसी स्थिति है.
सबसे हैरानी जापान से खरीदे जाने वाले 12 यूएसटूआई एम्फिबियस (amphibious) विमानों पर हुआ. सूत्रों के मुताबिक, इस सौदे पर विचार तो हुआ लेकिन आखिरी फैसला अभी नहीं हुआ है. इसी हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान की यात्रा पर जा रहे हैं. ऐसे मे माना जा रहा था कि इस सौदे पर मुहर लग सकती है. लेकिन इसपर अभी फैसला नहीं हुआ है.
रक्षा मंत्रालय ने आज कंपनियों की ब्लैकलिस्टिंग पालिसी भी जारी की है. इसमें रक्षा सौदों में गड़बड़ी और घूस देकर डील हासिल करने वाली कंपनियों से सौदा रद्द और पेनल्टी लगाने जैसे प्रावधान हैं. सूत्रों ने बताया कि ये गाइडलाइन्स जल्द ही मंत्रालय की वेबसाइट पय अपलोड कर दी जायेंगी.