नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी बहादुर अली के खुलासे और कबूलनामे के बाद अब भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को घेरने की तैयारी में है. भारतीय विदेश मंत्रालय ठोस सबूतों वाला डोजियर पाकिस्तान को सौंपने वाला है और इसकी जोरशोर से तैयार शुरू हो गई है.
पीएमओ ने एनआईए से अब तक की जांच और उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी ली. एनआईए ने गृह मंत्रालय के जरिए रिपोर्ट भेजी. एनआईए ने आतंकी से बरामद वायरलैस सैट आईकोम कंपनी से संपर्क किया है, ताकि ये पता लगाया जा सके कि वायरलैस कहां किसे बेचे गए थे और कितने में बेचे गए थे. एनआईए का कहना है कि आईकोम कंपनी सहयोग कर रही है. एनआईए ने बहादुर अली से पाकिस्तान के संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउडेंशन की पूरी जानकारी ली. ये संगठन लश्कर का फ्रंट एनजीओ है. इस संगठन में बहादुर अली काम कर चुका है. एके 47 रायफलों के नंबर के आधार हथियार कंपनी से संपर्क किया गया है. ताकि जाना जा सके कि कहां और किसे बेची गई थी रायफलें.
ये भी बाताया जा रहा है कि पीएम मोदी शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक में अब तक की जांच और उठाए गए कदमों के आधार पर पाकिस्तान की भूमिका की विस्तृत जानकारी देंगे.
बताते चलें कि बहादुर अली ने NIA को बताया कि पाकिस्तानी सेना ने उसे ट्रेनिंग दी और उसे बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद कश्मीर में आग भड़काने के लिए भेजा गया था.