नई दिल्ली : प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) क्षेत्र में सुधारों की दूसरी किस्त जारी करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इनसे भारत एफडीआई के मामले में दुनिया की सबसे खुली अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि देश में बदलाव लाने के इन प्रयासों के तहत रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। एफडीआई नीति में संशोधन से कारोबार सुगमता की स्थिति में और सुधार आयेगा। अब भारत में विनिर्मित अथवा उत्पादित खाद्य पदाथोर्ं में ई-कामर्स सहित उनके विपणन एवं व्यापार के लिए सरकारी मंजूरी मार्ग के तहत 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति होगी।
मोदी ने ट्विट किया कि सरकार ने आजीविका और रोजगार सृजन पर प्रमुखता के साथ ध्यान देते हुये एफडीआई व्यवस्था को काफी उदार बनाया है। इसके पीछे मकसद रोजगार और नौकरियों का सृजन है। प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक में महत्वपूर्ण सुधारों की घोषणा की गई। बैठक के बाद सरकार ने एफडीआई सुधारांे की दूसरी किस्त का ऐलान किया। इसके तहत नागर विमानन तथा खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रांे में 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी गई है, जबकि रक्षा व फार्मास्युटिकल क्षेत्रों में विदेशी निवेश नियमों को उदार किया गया।
मोदी ने ट्विट के जरिये कहा कि पिछले दो साल में सरकार ने कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बड़े एफडीआई सुधार किए हैं। भारत अब एफडीआई के लिए दुनिया की सबसे खुली अर्थव्यवस्था हो गया है। ज्यादातर क्षेत्र अब स्वत: मंजूरी मार्ग के तहत आ गए हैं।’ मोदी ने कई ट्विट के जरिये कहा कि आज के एफडीआई सुधारों से रोजगार, नौकरियों के सृजन को बढ़ावा मिलेगा और अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि उदारीकृत एफडीआई व्यवस्था से निवेश प्रवाह बढ़ेगा। मोदी ने कहा, ‘कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने भारत को नंबर एक एफडीआई गंतव्य माना है। वित्त वर्ष 2015-16 में देश में सबसे ज्यादा 55.46 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया।