नई दिल्ली : उरी हमले के बाद भारत पाकिस्तान को एक और झटका देने की तैयारी में है. प्रधानमंत्री मोदी ने कल सिंधु जल समझौता खत्म करने को लेकर बैठक बुलाई थी और अब व्यापार में सहूलियत के लिए पाकिस्तान को दिए गए मोस्ट फ़ेवर्ड नेशन के दर्जे पर पुनर्विचार करेगी. इस बैठक में पीएमओ, कॉमर्स मिनिस्ट्री और विदेश मंत्रालय के अधिकारी शामिल होंगे.
इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी परसों यानी गुरुवार को बड़े अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. भारत ने 1996 में पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया था लेकिन पाकिस्तान ने भारत को अब तक ये दर्जा नहीं दिया है.
हालांकि, इस फैसले का असर पाकिस्तान पर ज्यादा नहीं पड़ेगा, क्योंकि दोनों देशों के बीच व्यापार बहुत कम है, लेकिन इसका बड़ा प्रतिकात्कम असर पड़ेगा.
मोदी ने सोमवार को सिंधु जल समझौते पर बैठक के बाद कहा कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा. सरकार सिंधु जल समझौते पर पुनर्विचार कर सकती है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि सरकार पाकिस्तान का पानी कम कर सकती है.
उरी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनातनी है और बीते हफ्ते केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल ने इस बात का इशारा दिया था कि मौजूदा हालात में भारत पाकिस्तान को दिए मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा खत्म करने पर विचार सकता है.
आपको बता दें कि 18 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए हमले में 18 जवान शहीद हो गए हैं. इस हमले को पाकिस्तानी के आंतकी सगंठन ने अंजाम दिया है. भारत इसके लिए पाकिस्तान को दोषी मानता है, लेकिन पाकिस्तान आतंकियों पर कार्रवाई करने के बजाए कश्मीर के मौजूदा हालात को इसके लिए जिम्मेदार ठहरता है.