नई दिल्ली : पिछले पांच साल में रेल मंत्रियों और रेल राज्य मंत्रियों ने 165 यात्राएं करके औसतन हर 10वें दिन विशेष सैलून की सुविधा का लाभ लिया है .
यह खुलासा जानेमाने आरटीआई कार्यकर्ता सुभाष अग्रवाल की ओर से दायर आरटीआई अर्जी पर मिले जवाब से हुआ है कि इस अवधि में रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने सबसे ज्यादा (कुल 40) रेल यात्राएं की और मंत्रियों के लिए विशेष तौर पर बनाए गए आरामदेह सलून की सुविधा का लाभ लिया .
पूर्व रेल मंत्री मल्लिकाजरुन खड़गे ने 31 बार जबकि मौजूदा रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने 25 बार इस विशेष बोगी में यात्रा की. ये बोगी ट्रेन में उस वक्त जोड़ी जाती है जब मंत्रियों को यात्रा करनी होती है.
पूर्व रेल राज्य मंत्री के एच मुनियप्पा ने पिछले पांच साल में 18 बार सलून का इस्तेमाल किया . साल 2012 से 2014 के बीच रेल राज्य मंत्री रहे अधीर रंजन चौधरी ने 20 बार सलून का इस्तेमाल किया और इनमें सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल की यात्रा की. करीब 65 बार सलून जोड़ने के लिए विशेष ट्रेनों का इस्तेमाल किया गया.
रेल मंत्रालय की ओर से मुहैया कराई गई सूचना में पांच जोनल रेलवे के ब्योरे शामिल नहीं हैं. इनमें पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे, पश्चिमोत्तर रेलवे, दक्षिण रेलवे, दक्षिण-पूर्वी रेलवे और दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे शामिल हैं.
मंत्रालय ने कहा कि इन जोनों से कोई सूचना उपलब्ध नहीं हुई. ज्यादातर मंत्रियों ने इन सलूनों का इस्तेमाल अपने गृह राज्यों की यात्रा या अपने चुनाव क्षेत्रों की यात्रा के लिए किया.