नई दिल्ली : जनगणना के नए आंकड़ों के मुताबिक देश में शिक्षा के मामले में जैन समुदाय के लोग सबसे आगे हैं, जबकि शिक्षा के मामले में मुस्लिम समुदाय सबसे ज्यादा पिछड़ा हुआ है । जैन समुदाय में साक्षरता दर करीब 87 प्रतिशत हैं। जैन समुदाय के सिर्फ 13 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो साक्षर नहीं है। वहीं मुस्लिम समुदाय की बात करें तो वहां साक्षरता दर 58 प्रतिशत है, जबकि 42 प्रतिशत ने कभी स्कूल का मुंह भी नहीं देखा है यानी सभी समुदायों के मुकाबले मुस्लिमों की साक्षरता दर सबसे कम है। आंकड़ों पर गौर करें तो हिंदुओं की 63 प्रतिशत आबादी साक्षर है। बौद्ध धर्म में साक्षरता दर 72 प्रतिशत है। सिख समुदाय की साक्षरता दर 67 प्रतिशत है।
नए आंकड़ों के अनुसार उच्च शिक्षा हासिल करने के मामले में भी जैन समुदाय सबसे आगे है। जैन समुदाय में 25 प्रतिशत लोगों ने ग्रेजुएशन लेवल की शिक्षा हासिल की है। जबकि मुस्लिमों में करीब 3 प्रतिशत लोग ही ग्रेजुएशन या उससे आगे की पढ़ाई कर पाए हैं। मुस्लिम समुदाय में Graduates की संख्या बाकि समुदायों के मुकाबले सबसे ज्यादा तेज़ी से बढ़ी है । मुस्लिम समुदाय में Graduation करने वालों की संख्या में 60 प्रतिशत की रफ्तार से इज़ाफा हुआ है, जबकि हिंदुओं में ये दर 55 प्रतिशत है। ये आंकड़े 2001 से 2011 के दौरान जुटाए गए हैं।