नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली इस समय डेंगू और चिकनगुनिया की चपेट में है. डेंगू ने 14 लोगों की और चिकनगुनिया ने 11 की जान ले ली है. दिल्ली में चिकनगुनिया से अब तक अपोलो हॉस्पिटल में 5, सरगंगाराम में 4, बाड़ा हिंदूराव और एम्स में एक-एक मरीज की मौत हो चुकी है. चिकनगुनिया के साथ डेंगू भी कहर बरपा रहा है, इस साल डेंगू से अब तक 14 की लोगों की मौत हो चुकी है. 1150 मरीज डेंगू पॉजिटिव हैं.
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली सरकार से रिपोर्ट मांगी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कल दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से बात की और उन्हें हर सहायता देने की बात कही. दिल्ली सरकार ने चिकनगुनिया के टेस्ट के लिए मनमाने पैसे वसूलने वालों पर रोक लगाते हुए इसकी अधिकतम कीमत 1500 रुपये तय कर दी है.
दिल्ली सरकार ने इसका संज्ञान लेते हुए मंगलवार को बुखार पीड़ितों के लिए अस्पतालों 1000 अतिरिक्ति बिस्तरों की घोषणा की. इसके साथ ही लोगों की सूचना मुहैया कराने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया. ये बेड राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, जनकपुरी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और दीपचंद बंधु अस्पताल में मुहैया कराए जाएंगे. सरकार ने एक 011-22307145 के साथ एक नियंत्रण कक्ष की भी घोषणा की है.
इन बीमारियों की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों तथा उनसे प्रभावित लोगों के उपचार की तैयारियों की बुधवार को समीक्षा करने वाले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भाजपा शासित नगर निकायों के फॉगिंग अभियानों पर निराशा जतायी और उन्हें पूरे शहर में प्रभावी ढंग से फॉगिंग करने का निर्देश दिया. समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव के के शर्मा, सभी नगर निगमों के आयुक्त और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. जैन ने कहा कि सरकार ने दिल्ली के सभी नगर निकायों को मच्छर के प्रजनन का पता लगाने के लिए सभी निर्माण स्थलों की चेकिंग करने और उन स्थलों के मालिकों को चालान करने का निर्देश दिया हैं जहां मच्छर पनप रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, हमने दिल्ली सरकार के सभी अस्पतालों एवं डिस्पेंसरियों में डॉक्टरों एवं नर्सों की छुट्टियां भी रद्द कर दी हैं ताकि मरीज को कोई दिक्कत न हो. उन्होंने कहा कि सरकार से अपने अस्पतालों से डेंगू और चिकुनगुनिया के संदिग्ध मरीजों को भर्ती करने से इनकार नहीं करने को कहा है. दिल्ली सरकार के अस्पतालों में बिस्तरों की कोई कमी नहीं है. अस्पतालों में चिकुनगुनिया का परीक्षण मुफ्त किया जा रहा है.