नई दिल्ली/रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री आवास के सामने एक दिव्यांग ने खुद के ऊपर पेट्रोल छिड़कर ख़ुदकुशी कर ली. लेकिन इस मामले पर संवेदना व्यक्त करने की बजाय मुख्यमंत्री ने बेतुका बयान देते हुए कहा कि क्या पहले किसी ने सीएम आवास के सामने खुदकुशी नहीं की ? सीएम हाउस के सामने खुदखुशी करने वाले योगेश साहू के मामले में रमन सिंह के इस बयान की काफी आलोचना हो रही है. उन्होंने कहा कि पूर्व में किसी ने मुख्यमंत्री निवास के सामने आत्महत्या नहीं की क्या ? इसलिए इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के निवास के सामने 21 जुलाई को आग लगाकर खुदखुशी करने की कोशिश करने वाले युवक योगेश साहू की आज तड़के सुबह करीब 4 बजे मौत हो गई है.
योगेश की मौत इलाज के दौरान हुई. योगेश साहू मुख्यमंत्री निवास के जनता दरबार कार्यक्रम में नौकरी मांगने सीएम से मिलने पहुंचा था. मिलने के बाद सीएम हाउस के बाहर आया और हाउस के गेट में आग लगा ली थी. योगेश दिव्यांग था और आर्थिक रूप से काफी कमजोर था. वह 85 प्रतिशत जल गया था. उसे इलाज के लिए आंबेडकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
बाद में हालत बिगड़ते देख योगेश को कालरा नर्सिंग होम में शिफ्ट किया गया. जहाँ आज सुबह उसकी मौत हो गई. योगेश की सीएम हाउस में खुदखुशी करने की कोशिश के बाद इस पर जमकर राजनीति हुई थी. कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया था और पुतला जलाया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री योगेश से मिलने अस्पताल गये थे और पूरा इलाज राज्य सरकार करेगी इसकी घोषणा की थी.