कोलकाता : भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने कहा है कि अगर आई-लीग क्लब को नजरअंदाज किया जाता है तो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) का भविष्य अधर में पड़ सकता है।
उन्होंने साथ ही यह भी सलाह दी कि अगर आईएसएल को अधिक से अधिक दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करना है तो इसका अधिक प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है।
भूटिया ने आईएएनएस से एक साक्षात्कार में कहा, ईस्ट बंगाल और मोहन बागान जैसे क्लब का यहां होना, आईएसएल के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। इनके न होने से आईएसएल के भविष्य पर भी एक बड़ा सवालिया निशान है।
ईस्ट बंगाल और मोहन बागान सहित आठ आई-लीग क्लब ने हाल ही में अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल को पत्र लिखकर लीग के भविष्य के बारे में जवाब मांगने के लिए अनुरोध किया था।
पत्र में कहा गया है कि आई-लीग की टीमें भी आईएसएल में भारतीय फुटबाल में दूसरे डिवीजन के लिए संभावित प्रतिनिधिमंडल पर चर्चा करने की इच्छा रखती हैं।
ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के लिए खेल चुके भूटिया ने कहा, मुझे लगता है कि जब तक आपके पास ईस्ट बंगाल और मोहन बागान तथा कुछ अन्य टीमों के प्रशंसक नहीं होंगे, तब तक वास्तव में उत्साह नहीं होगा। इसलिए आई-लीग क्लब के आने से आईएसएल को भी फायदा होता है क्योंकि आई-लीग क्लब के पास अपना इतिहास, जुनून और प्रशंसक है।
भूटिया ने इस सीजन में आईएसएल टीम चेन्नई के प्रदर्शन के बारे में कहा कि राज्य में फुटबाल का ज्यादा इतिहास नहीं होने के बावजूद तमिलनाडु की एक टीम का इस तरह से प्रदर्शन करना अच्छा लगता है।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि दक्षिण (भारत) की एक टीम जिसे फुटबॉल राज्य के रूप में नहीं जाना जाता है,उसका अच्छा प्रदर्शन करना, अद्भुत है। यह प्रेरणा वहां के बहुत सारे फुटबालरों को प्रेरित करने वाली है।
भूटिया ने ईस्ट बंगाल टीम को लेकर एक बार फिर निराशा जाहिर की, जो खिताब जीतने के करीब आ गई थी लेकिन अंत में वह इसका फायदा नहीं उठा पाई।
उन्होंने कहा, एक पूर्व खिलाड़ी के रूप में मैं व्यक्तिगत तौर पर बहुत निराश हूं कि इतने करीब आने के बावजूद टीम इस साल भी खिताब नहीं जीत पाई। मुझे लगा कि वे इस साल खिताब जीत सकती है।