नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान 19 मंत्रियों मे से एक रामदास अठावले को शपथ ग्रहण समारोह के बीच में ही माफी मांगनी पड़ी और उसके बाद फिर से शपथ शुरू करनी पड़ी।
दरअसल, अठावले शपथ के दौरान अपना नाम लेना भूल गए थे, लेकिन राष्ट्रदपति प्रणब मुखर्जी ने तुरंत अठावले को इस बारे में बताया। राष्ट्रपति ने कहा कि अपना नाम बोलिये। इसके बाद अठावले रुके और ‘सॉरी-सॉरी’ कहते हुए अपनी भूल को सुधारा। महाराष्ट्र के 56 वर्षीय आठवले, बीजेपी के सहयोगी दल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के नेता हैं। वे पिछले वर्ष राज्यसभा सदस्ये बने हैं। अठावले करीब एक दशक तक लोकसभा सांसद रहे हैं लेकिन 2009 के आम चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।