नई दिल्ली : मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन दौड़ाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसको अमली जामा पहनाने के लिए सरकार ने नेशनल हाईवे स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड की स्थापना की है। यही कंपनी बुलेट ट्रेन के सारे प्रोजेक्ट देखेगी। भारतीय रेल ने इस नई कंपनी के टॉप मैनेजमेंट के लिए चार पदों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कंपनी में उच्च अधिकारियों के चार पदों के लिए वैंकेंसी जारी की गई है। इन चार पदों में मैनेजिंग डायरेक्टर, डायरेक्टर (प्रोजेक्ट), डायरेक्टर (इलेक्ट्रिकल एंड सिस्टम) और डायरेक्टर (फाइनान्स) शामिल है। इन पदों पर उम्मीदवारों का सेलेक्शन कैबिनेट सेक्रेटरी की अध्यक्षता वाली एक कमिटी करेगी।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय ने मुंबई-सूरत रूट के अलावा दो अन्य चेन्नई-बेंगलुरु और वाराणसी-कोलकाता रूट पर भी बुलेट ट्रेन चलाने को मंजूरी दी है। इन तीनों प्रोजेक्ट पर करीब एक लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। तीनों ही रूट पर खास तौर पर बनाए गए एलिवेटेड प्लेटफॉर्म पर ट्रेनें रुकेंगी। उम्मीद जताई जा रही है कि इन रूट्स पर निर्माण कार्य देशभर की मेट्रो ट्रेन की तरह ही किए जाएंगे। इन तीनों प्रोजेक्ट के लिए कई चीनी और फ्रेन्च कंपनियों ने अपनी रूचि दिखाई है। पीएमओ चाहता है कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ यानी साल 2022 तक ये तीनों प्रोजेक्ट पूरे हो जाएं। पीएमओ के अधिकारी खुद इस अतिमहत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर सीधे नजर बनाए हुए हैं।