राजपथ डेस्क : अमेरिका की टाइम मैगजीन ने दुनिया के 100 प्रभावशाली लोगों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, फिल्म जगत से अभिनेता आयुष्मान खुराना, शाहीनबाग में एक हाथ में तिरंगा लिए धरने पर बैठीं दादी बिल्किस बानो, गूगल सीईओ सुंदर पिचई और एचआईवी के शोधकर्ता प्रोफेसर रवींद्र गुप्ता को शामिल किया गया है।
100 प्रभावशाली लोगों की सूची में प्रधानमंत्री मोदी चौथी बार शामिल हुए हैं। हालांकि इसबार पीएम मोदी पर एक बार फिर तल्ख टिप्पणियां की गईं हैं। टाइम मैगजीन ने लिखा है कि भाजपा को महामारी की आड़ में विरोध को दबाने का बहाना मिल गया और इस तरह से दुनिया का सबसे जीवंत लोकतंत्र अंधेरे में चला गया।
टाइम मैगजीन ने लिखा कि भारत में ज्यादातर प्रधानमंत्री हिंदू समुदाय से रहे हैं लेकिन मोदी जिस तरह का काम कर रहे हैं, उसे देख कर ऐसा लगता है कि उनके लिए कोई और मायने ही नहीं रखता। उनकी हिंदू राष्ट्रवादी भाजपा ने कुलीनता को ताक पर रख दिया और खासतौर से मुसलमानों को निशाना बनाया गया।
दिल्ली के शाहीनबाग में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल रहीं 82 साल की बिल्किस बानो एक हाथ में तिरंगा लिए सुबह से लेकर रात तक धरने पर बैठी रही थीं। मैगजीन की ताजा सूची में बिल्किस को आइकन कैटिगरी में जगह दी गई है। उन्होंने जेल भेजे गए सामाजिक कार्यकर्ताओं को उम्मीद बंधाई और जताया कि लोकतंत्र को बचाए रखना कितना जरूरी है।
इस उपलब्धि पर आयुष्मान ने कहा कि मैंने सिनेमा से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश की है। जो कंटेंट चुना उससे देशवासियों के लिए योगदान देने में सफलता प्राप्त की है। लोगों और समाज के बीच किसी मुद्दे पर बदलाव लाने की ताकत सिनेमा में है।
प्रोफेसर रवींद्र गुप्ता की स्टडी के कारण यूके का पहला एचआईवी मरीज ठीक हो गया। इस मरीज ने उनके बारे में लिखा कि अब वे दुनिया के तमाम एचआईवी संक्रमितों के लिए एक आशा की किरण हैं। इस उपलब्धि पर कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने उन्हें प्रोफेसर नियुक्त किया है।