नई दिल्ली : सरकार ने संकेत दिए हैं कि वह इस्लाम के विवादित भारतीय उपदेशक जाकिर नाईक के खिलाफ कार्रवाई पर विचार कर रही है। एक जुलाई को ढाका के होली आर्टिसन बेकरी हमले में 20 लोगों की हत्या करने वाले आतंकियों ने नाईक के उपदेशों पर ही अमल किया था। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि यह कानून एवं इससे जुड़ी एजेंसियों की उचित कार्रवाई का मामला है।
उन्होंने कहा है कि आतंकवाद से जुड़े मामले में जो भी जरूरत होगी, हम हर सहायता मुहैया कराएंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार जाकिर पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है, जैसा कि अन्य देश पहले की कर चुके हैं? मंत्री ने कहा कि संभावित कार्रवाई की मंत्री स्तर से घोषणा करना बुद्धिमानी नहीं है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि यह कानून एवं इससे जुड़ी एजेंसियों की उचित कार्रवाई का मामला है। मुंबई स्थित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक नाईक पर अन्य धर्मों के खिलाफ नफरत फैलाने वाले भाषणों को लेकर ब्रिटेन और कनाडा ने प्रतिबंध लगा रखा है।
गौर हो कि मुस्लिम धर्मगुरु डॉ जाकिर नाइक के खिलाफ गुरुवार को मुंबई में विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारी नाइक के भाषणों और उनकी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे थे। पिछले दिनों ढाका में हुए आतंकवादी हमले में शामिल पांच बांग्लादेशी आतंकवादियों में से एक के विवादित भारतीय इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक के ‘नफरत भरे उपदेशों’ से प्रेरित होने की खबरें सामने आने के बाद सरकार नाइक के खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार कर रही है।
बताते चलें कि नाइक एक लोकप्रिय लेकिन विवादित धर्मगुरू हैं। मुंबई के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक नाइक पर अन्य धर्मों के खिलाफ घृणा फैलाने वाले भाषण को लेकर ब्रिटेन तथा कनाडा में प्रतिबंध है। वह उन 16 इस्लामी विद्वानों में से एक हैं जिनके खिलाफ मलेशिया में प्रतिबंध लगा हुआ है। बांग्लादेशी समाचार पत्र डेली स्टार ने खबर दी थी कि अवामी लीग के एक नेता का पुत्र आतंकवादी रोहन इम्तियाज पिछले साल फेसबुक पर नाइक का हवाला देते हुए दुष्प्रचार करता था।