गलगोटिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लिबरल एजुकेशन द्वारा आयोजित साप्ताहिक फैकल्टी डेवेलपमेंट प्रोग्राम का शुक्रवार को समापन समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह की शुरुआत विश्वविद्यालय की डायरेक्टर एडवोकेट अराधना गलगोटिया की अगुवाई में दीप-प्रज्जवलन कर की गई।
इस अवसर पर डायरेक्टर अराधना गलगोटिया ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केपीएमजी की कार्यकारी अधिकारी स्मिता प्रसाद और स्कूल फॉर ऑल के सीईओ डॉ. सुरजीत साहा के साथ पैनल डिस्कशन सत्र में इंडस्ट्री और एकेडमिक्स के बीच तारतम्य बैठाने को लेकर चर्चा की। उन्होंने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें हमेशा अपने कार्यों व विचारों में मौलिकता बनाए रखना चाहिए और नयी सोच व नयी पहल को सामने लेकर आना चाहिए।
स्मिता प्रसाद ने कहा कि इंडस्ट्री और एकेडमिक्स के लोगों को ऑटोमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस युग में हमेशा नई टेक्नोलॉजी के साथ स्वयं को तालमेल बिठाने में सक्षम होना चाहिए और नये चुनौतियों को स्वीकार करना चाहिए। डॉ. सुरजीत साहा ने कहा कि इंडस्ट्री को हमेशा समस्याओं के हल ढूढने यानि रिसर्च के लिए एकेडमिक्स की जरूरत होती है।
स्कूल ऑफ लिबरल एजुकेशन की डीन डॉ. अनुराधा परासर ने इस अवसर पर मिनी सीईओ प्रोजेक्ट और पेंसिल प्रोजेक्ट के लांच की घोषणा की जो विश्वविद्यालय की विशिष्टता को बढ़ाएगा। उन्होंने विश्वविद्यालय के चांसलर श्री सुनील गलगोटिया को इस प्रोजेक्ट को शुरु करने के लिए आभार व्यक्त किया।
विश्वविद्यालय सलाहकार प्रोफेसर रेनू लुथरा ने इस फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र दिया और उनकी हौसलाअफजाई की।