अन्तर्राष्ट्रीय डेस्क : अमरीका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा है कि तालिबान अफगान लोगों के प्रति किये वायदे पूरे करने में नाकाम रहा है। उन्होंने कहा कि अनेक विदेशी लड़ाके अफगानिस्तान में लौट आये हैं। अफगान समाचार एजेन्सी को दिये इन्टरव्यू में श्री बोल्टन ने बताया कि अमरीका और तालिबान के बीच 2020 के दोहा समझौते पर हस्ताक्षर करने का राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का फैसला बडी भूल थी। उन्होंने कहा कि तालिबान का उददेश्य यह था कि अमरीका और नैटो अफगानिस्तान से बाहर चले जायें। श्री बोल्टन ने कहा कि अफगानिस्तान के पूर्व शांति दूत ज़ैल्मे खालिज़ाद ने कोई सार्थक योगदान नहीं किया। उन्होंने कहा कि समझौते में कहा गया था कि अफगानिस्तान से अमरीकी सैनिकों के हटने से तालिबानी हिंसा कम होगी और आतंकवादियों को अफगानिस्तान में पनाह नहीं दी जायेगी।