समाचार एजेंसी सिन्हुआ न्यूज के मुताबिक, परेड झुरिहे सैन्य अड्डे पर आयोजित की गई।
देश की सैन्य क्षमता प्रदर्शित करने के लिए पारंपरिक मिसाइलों, परमाणु मिसाइलों समेत सबसे घातक और विध्वंसक हथियारों का प्रदर्शन किया गया।
जमीन पर मौजूद सभी वाहन कम्युनिस्ट चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी), देश और सेना का झंडा लिए चल रहे थे।
साल 1949 में साम्यवादी क्रांति के बाद से चीन पहली बार सैन्य परेड के साथ सेना दिवस मना रहा है, जो औपचारिक रूप से एक अगस्त को होता है।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक खुली जीप में सवार होकर सैन्य बलों का निरीक्षण किया।
उन्होंने कहा कि सीपीसी और चीन के लोगों को पीएलए पर गर्व है।
शी ने कहा, इतिहास ने यह साबित कर दिखाया है कि पीएलए जांबाज वीरों की सेना है, जिसने पार्टी के आदेश का पालन किया है, वफादारी के साथ देश की सेवा की है और चीनी राष्ट्र के महान कायाकल्प के लिए लड़े हैं।