नई दिल्ली : भारतीय फुटबाल टीम का मुख्य कोच बनने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत करते हुए क्रोएशिया के इगोर स्टीमाक ने आई-लीग को देश के लिए इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) जितना ही महत्वपूर्ण माना, लेकिन अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) अभी भी यह साफ नहीं कर पाया है कि भविष्य में भारत में हमें किस प्रकार का लीग सिस्टम देखने को मिलेगा।
आई-लीग क्लबों ने देश में शीर्ष लीग कौन सी होगी, इस मुद्दे पर इस वर्ष सुपर कप में भी भाग नहीं लिया था। महासंघ प्रमुख प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि वह इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर क्लबों से मिलेंगे, लेकिन वे अभी तक ऐसा नहीं कर पाए हैं।
स्टीमाक ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा था, हमें एक साथ हमें साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। आई-लीग के पास कुछ ऐसा है जो आईएसएल खरीद नहीं सकता- परंपरा। आईएसएल प्रतिस्पर्धी लीग हैं जबकि अधिकांश युवा खिलाड़ी आई-लीग में विकसित हो रहे हैं और यह मेरे लिए बहुत अच्छा है। मैं दोनों लीगों के क्लबों के प्रबंधकों की मदद करने और अपनी राय देने के लिए यहां मौजूद रहूंगा।
हालांकि, आईएएनएस से बात करते हुए मिनर्वा पंजाब एफसी के मालिक रंजीत बजाज ने कहा कि अभी तक क्लबों की पटेल से मुलाकात को लेकर किसी प्रकार का संकेत नहीं मिला है।
बजाज ने कहा, हमें इस संबंध में एआईएफएफ से कोई सूचना नहीं मिली है। एकमात्र सूचना जो हमें प्राप्त हुई है वह जुर्माने के लिए है। हमने सुपर कप का बहिष्कार किया था जिसके कारण हम पर जुर्माना लगाया गया।
गोकुलाम केरला एफसी के अध्यक्ष वीसी प्रवीण ने कहा, हमें अभ तक कोई सूचना नहीं मिली है।
आईएएनएस से महासंघ के महासचिव कुशल दास से भी इस मुद्दे पर बातचीत करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।