डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में काफी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। राजनीतिक पार्टियों द्वारा किए जा रहे जनसभाओं में जनता की भीड़ दूसरी पार्टियों की नींद उड़ा दे रही है। लेकिन, इन सब के बीच जब PM पैकेज पर सवाल किए जा रहे हो तो काउंटर बयानबाजी का शुरू होनो तो लाजिम है और सुशील कुमार मोदी ने भी कुछ ऐसा ही कहा कि पीएम पैकेज का एक-एक पैसा खर्च हो रहा है। खर्च किए जा रहे एक-एक पैसे का हिसाब है और वह गोपनीय नहीं बल्कि सार्वजनिक है।
PM मोदी द्वारा घोषित पैकेज की राशि से सड़क, पुल, पर्यटन, रेलवे, पेट्रोलियम व ऊर्जा आदि सभी क्षेत्रों में काम हो रहा है। पर, कांग्रेस बताए कि 1989 में लोकसभा चुनाव के दौरान राजीव गांधी द्वारा बिहार के लिए घोषित 5,700 करोड़ के पैकेज का क्या हुआ? लेकिन, PM पैकेज का पैसा बिहार के विकास पर खर्च हो रहा है और आगे भी होगा।
सुशील मोदी ने कहा कि 709 करोड़ की एलपीजी बॉटलिंग प्लांट और गैस पाइपलाइन परियोजना का प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों उद्घाटन किया। इस परियोजना के तहत 634 करोड़ रुपए की 193 किलोमीटर लंबे दुर्गापुर-बांका पाइपलाइन खंड राष्ट्र को समर्पित भी हो चुका है। 132 करोड़ रुपए का बांका बॉटलिंग प्लांट, 136 करोड़ की लागत से बना हरसिद्धी प्लांट भी राष्ट्र को समर्पित हो चुका है।
इधर, बिहार की बदहाली पर कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि इसके लिए भाजपा व नीतीश कुमार दोनों जिम्मेदार हैं। पिछले चुनाव में नीतीश कुमार ने 1.25 लाख करोड़ के पैकेज देने की बात कही थी लेकिन यह बातें जुमला ही रह गया है। जबकि सवा लाख करोड़ के पैकेज में से काम 1559 करोड़ का ही हुआ है।
सुरजेवाला ने एक एक काम का हिसाब रखा और कहा 54713 करोड़ राष्ट्रीय राजमार्ग, गंगा-सोन और कोसी पर पुल निर्माण तथा 12 रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण पर खर्च होना था। सीतामढ़ी के पुरौना में माता सीता प्राकट्य स्थल में भगवान राम-माता सीता के जीवन पर आधारित संग्रहालय के प्रस्ताव को भी मोदी ने स्वीकार नहीं किया। उन्होंने कहा जो सियाराम के भी नहीं, वो किसी काम के नहीं।