नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि लोगों को मुश्किलें होंगी वो सह लें. लेकिन कुछ तकलीफें ऐसी भी होती हैं जिन्हें सहना भी मुश्किल है. नोटबंदी के बीच देश से कुछ दर्दनाक खबरें भी आई हैं.
गुजरात के सुरेंद्रनगर के लिमडी इलाके में मनसुखभाई नाम के शख्स नोट बदलने के लिए बैंक ऑफ इंडिया के बाहर 4 घंटे तक लाइन में लगे रहे. इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई और फिर उनकी मौत हो गई. मनसुखभाई की उम्र करीब 65 साल थी.
मुंबई के पास भिवंडी में एसबीआई के बाहर लोग इतने बेसब्र हो उठे कि महिलाओं के साथ धक्का मुक्की करते हुए बैंक में घुसने की कोशिश करने लगे. इस पर यहां तैनात पुलिस ने लोगों पर जमकर लाठियां भाजी.
बिहार की राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ में बैंक के बाहर लाइन लगाने को लेकर महिलाओं के बीच पहले कहासुनी हुई जो मारपीट में बदल गई. यहां पुलिस भी खड़ी थी लेकिन वो तमाशा देखती रही.
पूर्वी यूपी में मऊ के सदर चौक इलाके में इलाहाबाद बैंक के बाहर हंगामा हुआ. बेकाबू भीड़ ने यहां बैनर तोड़ डाले, पोस्टर में आग लगी दी. यहां पर पैसा खत्म होने के बाद कुछ लड़कों ने हंगामा शुरू कर दिया. दूसरे लोगों ने जब उन्हें शांत रहने के लिए कहा तो वो लड़के मारपीट पर उतर आए.
पंजाब के फिरोजपुर में लोगों को अपने ही पैसों के लिए थप्प़ड़ खाने पड़ गए. फिरोजपुर के ममदोट कस्बे में स्टेट बैंक के बाहर खड़ी भीड़ बेकाबू हो गई. एक ग्राहक को बैंक के गार्ड ने थप्पड़ मार दिया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. जाहिर है कि नोटबंदी के ये साइड इफेक्ट परेशान करनेवाले हैं.
भारतीय स्टेट बैंक के रतिबाद शाखा के 45 साल के वरिष्ठ कैशियर को सीने में दर्द हुआ, जिसके बाद उनकी मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि पुरूषोत्तम व्यास को शाम के पांच बजे के आसपास सीने में दर्द और बेचैनी महसूस हुई. इसके बाद व्यास को एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
यूपी में दो जगहों पर इलाज में देरी की वजह से दो बच्चों की मौत हो गई. परिवार का आरोप है कि अस्पताल में 500 और हजार के नोट नहीं लिए गए और इलाज में देरी की वजह मौत बन गई.