नई दिल्ली : जेएनयू के लापता छात्र नजीब का 25 दिनों से कुछ अता-पता नहीं है. परसों नजीब की मां ने जेएनयू के छात्रों के साथ इंडिया गेट पर भी प्रदर्शन भी किया. वहीं कल वह पुलिस के बड़े अफसरों से मिलीं और बेटे को खोजने की गुजारिश की.
इस बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है. नजीब अहमद के हॉस्टल के कमरे में पुलिस को दवाइयों के पर्चे और टेबलेट्स मिली हैं. पुलिस का कहना है कि नजीब के कमरे से 9 सितंबर का डॉक्टर का पर्चा मिला है. नजीब डिप्रेशन के इलाज में ली जाने वाली दवा ले रहा था. इसके अलावा दौरे पड़ने, डर लगने जैसी बीमारियों की दवाएं भी ले रहा था. दिल्ली पुलिस का कहना है कि नजीब को उनकी आठ टीमें खोज रही हैं.
जेएनयू छात्रों ने परसों प्रदर्शन के दौरान नजीब की मां के साथ पुलिस की बदसलूकी का भी विरोध किया. छात्रों की भीड़ में नजीब की मां फातिमा और भाई बहन भी थे. पुलिस ने सबसे खदेड़ दिया. पुलिस की बेरहमी के खिलाफ छात्र मंदिर मार्ग पुलिस थाने के बाहर जमा हो गए और धरना प्रदर्शन करने लगे. छात्रों की मांग थी कि सभी पकड़े गए छात्रों को फौरन छोड़ा जाए. लेकिन य़हां भी धऱना प्रदर्शन ज्यादा देर नहीं चला.
बताते चलें कि नजीब का 14 अक्टूबर को एबीवीपी के छात्रों के साथ झगड़ा हुआ था और उसी के बाद से उसका कुछ अता पता नहीं है. केजरीवाल ने नजीब को लेकर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भी मुलाकात की है. राष्ट्रपति ने इसके बाद गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी है और पूछा है कि इस मामले में पुलिस क्या कार्यवाही कर रही है.