शिवहर : बिहार में नेता जाति की राजनीति करते ही हैं अब प्रशासनिक अधिकारी भी जाति की बात करने लगे हैं. उत्तर बिहार के शिवहर जिले के डीएम ने जाति की बैठक में न सिर्फ हिस्सा लिय़ा बल्कि यहां तक कह दिया कि जाति ही सबसे ऊपर है. दुश्मनी भूलकर भी वोट जाति के उम्मीदवार को ही करें.
जाति का जाप करने वाले राजकुमार बिहार के शिवहर जिले के कलेक्टर हैं. साहेब के सामने जाति की बात आई तो तमाम कायदे कानून के साथ पद की गरिमा को ताक पर रख दिया और कह दिया कि जाति से ऊपर कुछ नहीं है.
कलेक्टर साहेब को चिंता सिर्फ जाति के लोगों को विधायक बनाने तक की नहीं है बल्कि मुखिया और सरपंच में भी संख्या के हिसाब से जाति की हिस्सेदारी चाह रहे हैं.
दरअसल, डीएम राजकुमार कानू समाज के सम्मेलन में शामिल होने पड़ोस के जिले सीतामढ़ी गये थे. वहीं उन्होंने अपनी जाति के लोगों को संबोधित करते हुए इस तरह का बयान दे दिया. सरकार कह रही है कि बयान तो गलत है लेकिन पहले सुनेंगे तब आगे कोई बात होगी.
इस मामले के टूल पकड़ने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने भी डीएम के जातीय राजनीति वाले बयान की आलोचना की है. जाति जिंदाबाद कहने वाले जिले के सबसे बड़े अधिकारी के बयान ने बिहार में राजनीति को गर्मा दिया है. डीएम ने स्थानीय पत्रकारों को सफाई देते हुए कहा है कि वो अपने समाज के मंदिर में प्रणाम करने गये थे और कोई बात नहीं है.