नई दिल्ली : मायावती को गाली देने के आरोपी बीजेपी के बर्खास्त उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया है. दयाशंकर को बीती रात मऊ कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेजा गया. दयाशंकर सिंह ने जेल जाने से पहले मुख्यमंत्री से बीएसपी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की. गिरफ्तारी के बाद दयाशंकर ने खुले तौर पर यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को चुनौती दे डाली. उन्होंने कहा कि उनके परिवार के हर सदस्य के साथ अन्याय किया गया है. उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है. ऐसे में सरकार उन्हें गिरफ्तार कर के दिखाए.
बताते चलें कि कल दिन में पुलिस ने बिहार के बक्सर से इन्हें गिरफ्तार किया और रात को मऊ की अदालत में पेश किया. जहां से उन्हें 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया गया है. यूपी के मऊ में ही 19 जुलाई को दयाशंकर सिंह ने मायावती के खिलाफ टिप्पणी की थी. लखनऊ में केस दर्ज होने के बाद से वो फरार थे. मऊ की अदालत में दया शंकर सिंह की ओर से जमानत की अर्जी भी दी गई लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज करते हुए जेल भेजने का आदेश दिया.
दयाशंकर पिछले दिनों झारखंड के देवघर में दर्शन के लिए भी गए थे. लेकिन, जेल जाने से उन्हें राहत नहीं मिली. दया शंकर सिंह बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष थे. लेकिन, गाली कांड के बाद पार्टी ने बर्खास्त कर दिया. बाद में मायावती के खिलाफ पत्नी स्वाति सिंह ने मोर्चा संभाला और अब बीजेपी पर दयाशंकर को वापस लेने का दबाव बढ़ता जा रहा है.
आपको बता दें कि मायाती को गाली देने के मामले में लखनऊ की सीजेएम कोर्ट ने दयाशंकर सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. वारंट के खिलाफ दयाशंकर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी लगाई थी, लेकिन उन्हें वहां से राहत नहीं मिल सकी. जिसके बाद से पुलिस लगातार उनकी गिरफ्तारी की कोशिश में लगी थी.