नई दिल्ली : दक्षिण पश्चिमी मॉनसून अगले दो-तीन दिनों में राष्ट्रीय राजधानी पहुंच सकता है क्योंकि मॉनसून ने अब गति पकड़ ली है और उत्तर पश्चिमी भारत की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। गुजरात के तट के पास अरब सागर में गहरे दबाव का क्षेत्र बनने से दक्षिण पश्चिमी मॉनसून की गति प्रभावित हुई थी और काफी नमी खत्म हो गई।
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौर ने कहा कि लेकिन दबाव का मॉनसून पर ज्यादा लंबा प्रभाव नहीं पड़ेगा। गुजरात में भी अब अच्छी बारिश हो रही है। अगले दो-तीन दिनों में मॉनसून फिर उत्तर पश्चिम भारत की तरफ अग्रसर होगा। इसमें हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान का बड़ा हिस्सा शामिल है। मॉनसून की प्रगति अब तेज होगी।’ दिल्ली में मॉनसून पहुंचने की सामान्य तारीख 29 जून है।
आईएमडी ने कहा कि नॉर्दर्न लिमिट ऑफ मॉनसून (एनएलएम) अब द्वारका, वल्लभ विद्यानगर, सवाई माधोपुर, ग्वालियर, लखनऊ, पंतनगर, देहरादून, उना और जम्मू से गुजर रहा है। बहरहाल, देश भर में बारिश में 13 फीसदी की कमी आई है। पूर्व और उत्तर पश्चिम भारत में करीब 26 फीसदी कम बारिश हुई है जबकि मध्य भारत में करीब 23 फीसदी कम बारिश हुई है।
सकारात्मक बात यह है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे पूर्वी तट पर ज्यादा बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने देश के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। आईएमडी ने ट्वीट किया, ‘मध्यप्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, कर्नाटक के उत्तरी और दक्षिणी अंदरूनी इलाके और अंडमान निकोबार में अलग-अलग स्थानों पर अगले 24 घंटे में भारी बारिश हो सकती है। विदर्भ, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल में अगले 24 घंटे में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।